रायपुर. भारत के पिछड़े इलाकों में लोगों को अस्पतालों से जुड़ी सेवा देने के लिए एक ट्रेन को ही अस्पताल का रूप दे दिया गया है. इस ट्रेन को लाइफ लाइन एक्सप्रेस के नाम से जाना जाता है. पटरी पर चलता फिरता यह अस्पताल देश के लोगों के लिए काफी लाभदायक साबित हो रहा है.
लाइफ लाइन एक्सप्रेस 26 सितंबर को छत्तीसगढ़ के विश्रामपुर स्टेशन पहुंचेगी. यह विश्व का पहला रेल अस्पताल है, जहां ट्रेन कोच में सभी चिकित्सकीय सुविधाएं मौजूद हैं. ट्रेन में डॉक्टर व सर्जन मौजूद रहेंगे.
जीवन रेखा एक्सप्रेस या लाइफ लाइन एक्सप्रेस नाम से पटरियों पर दौड़ता यह अस्पताल साल 1991 में शुरू किया गया था. देश के दूरदराज के इलाकों में लोगों को फ्री इलाज देने के लिए बनाई गई लाइफ लाइन एक्सप्रेस वास्तव में ग्रामीण इलाके के लोगों की बड़ी सेवा कर रही है.
Life Line Express शिविर का आयोजन विश्रामपुर रेलवे स्टेशन में 26 सितंबर से 13 अक्टूबर तक किया जा रहा है. इससे पहले वर्ष 1999, 2006 और 2011 में यहां Life Line Expressआ चुकी है. इस शिविर में 1 अक्टूबर तक आंख की जांच व मोतियाबिंद, 3 से 8 अक्टूबर तक कान की जांच व सर्जरी, 8 से 11 अक्टूबर तक 14 साल से कम उम्र के लोगों के मुड़े हुए पैर का परीक्षण व सर्जरी की जाएगी. वहीं कटे फटे होंठ की जांच व सर्जरी भी की जाएगी. 26 सितंबर से 2 अक्टूबर तक ग्रीवा कैंसर जागरूकता व परीक्षण, शुगर की जांच व दांत की जांच अलग-अलग तारीखों में की जाएगी.
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