रायपुर- भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अपने तीन दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हैं वहीं दूसरे तरफ रायपुर में ही कांग्रेस मोदी सरकार के 3 साल की विफलता गिना रही है। पूर्व सांसद और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय कुमार ने इस मौके पर पीएम मोदी के साथ ही मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह पर जमकर निशाना साधा। अजय कुमार ने कहा कि देश में जहां-जहां बीजेपी की सरकार है वहां-वहां हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। किसानों पर अत्याचार हो रहा है। आम आदमी परेशान है, बेरोजगारी बढ़ी है, कालाधन वापस नहीं आया। उन्होंने पीएम मोदी की तुलना संजय लीला भंसाली से की है उनका कहना है कि मोदी भंसाली की तरह बड़े-बड़े नकली सेट बनाते हैं। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर भी हमला बोलते हुए अजय कुमार ने आदित्यनाथ को महिला विरोधी करार दिया है। उन्होंने कहा कि योगी का कहना है कि स्त्रियों को आत्मनिर्भर नहीं होना चाहिए। आरएसएस की भी आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि संघ प्रमुख शादी को सिर्फ एक अनुबंध मानते हैं। मोदी का बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ अभियान फेल हो गया है। कांग्रेस ने 600 निर्भया सेंटर का बजट तैयार किया था लेकिन मोदी सरकार ने 3 साल में एक भी निर्भया सेंटर नहीं खोले।
कांग्रेस प्रवक्ता अजय कुमार ने प्रेसवार्ता में क्या-क्या कहा पढ़िए

0 बीजेपी व आरएसएस एक प्लान के साथ किसान, दलित, आदिवासियों को कमजोर कर रहे हैं
0 किसान की दुर्दशा के लिये मोदी जी व बीजेपी की सरकार है
0 मोदी सरकार में समर्थन मूल्य कम हुआ है
0 फसल बीमा में निजी कम्पनी को फायदा पहुंचाया जा रहा है
0 एक साल में निजी कम्पनी को 12 हजार करोड़ का लाभ दिया गया
0 यूपीए सरकार के समय अनाज निर्यात 19 हजार टन था जो अब महज 7 हजार करोड़ रह गया
0 हर साल 4 करोड़ 7 लाख बच्चे स्कूल छोड़ देते हैं
0 स्कूल बंद कर अब सरकार शराब दुकान खोल रही है
0 मध्यान्ह भोजन में आधार कार्ड अनिवार्य कर दिए, जिसकी वजह से 14 करोड़ बच्चे वंचित हो गए
0 यूजीसी ग्रांट में 50 फीसदी की कटौती की
0 बीजेपी व आरएसएस के लोगों को निजी क्षेत्र से विशेष प्रेम
0 मोदी सरकार एक खराब सपना की तरह है
0 किसान मर रहे है और बीजेपी फेस्ट मना रही है
0 हर साल 2 करोड़ नौकरी देने की बात किए लेकिन दिए महज 1 लाख 35 हजार
0 महज 0.5 फीसदी रोजगार दे पाए
0 हायर एजुकेशन में 84 फीसदी कटौती
0 यूपीए ने हर साल मनरेगा की मजदूरी 9 फीसदी बढ़ाई जबकि मोदी सरकार ने 2.5 फीसदी की ही बढ़ोत्तरी की