सागर. कोरोना काल में बीएमसी में ऑक्सीजन सप्लाई का संकट खड़ा हो गया है. यहां दो दिन से लिक्विड ऑक्सीजन खत्म हो गई है. कई मरीजों को गुपचुप तरीके से अन्यत्र शिफ्ट किया गया है. बीएमसी प्रशासन ने वैकल्पिक रूप से सिलेंडरों की आधी-अधूरी व्यवस्था की है. महज दो दिन की ऑक्सीजन व्यवस्था बची है.

 

2 दिन से लिक्विड ऑक्सीजन का स्टॉक खत्म

बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज सागर में बीते 2 दिन से लिक्विड ऑक्सीजन का स्टॉक खत्म हो गया है. इससे कोरोना अस्पताल और सामान्य अस्पताल में भर्ती गंभीर मरीजों की जान पर बन आई है. आनन-फानन में बीएमसी प्रशासन ने ऑक्सीजन सिलेंडरों की व्यवस्था की है. हालांकि यह नाकाफी है. बीते 24 घंटों में मेडिसिन आईसीयू में 5 मरीजों के दम तोडऩे की सूचना है, वहीं कोविड अस्पताल में एक मरीज की मौत बताई जा रही है. ऑक्सीजन की कमी को बीएमसी प्रशासन भी स्वीकार कर रहा है.

 

समय पर भुगतान नहीं होने से सप्लाई रोकी

यदि अगले 2 दिन में लिक्विड ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं हुई तो मरीजों की जान पर बन जाएगी. बीएमसी प्रशासन गुपचुप तरीके से मरीजों को शिफ्ट करने में जुटा हुआ है. अंदर खाने की खबर पर भरोसा करें, तो गुजरात की लिक्विड ऑक्सीजन सप्लाई अनुबंधित कंपनी को समय पर भुगतान न मिलने के कारण कंपनी ने ऑक्सीजन भेजने से मना कर दिया है.

गुजरात से लिक्विड आक्सीजन सप्लाई नहीं हुई

डीन डॉ आरएस वर्मा का कहना है कि गुजरात से लिक्विड आक्सीजन सप्लाई नहीं हुई है. सिलेंडर खाली हो गया है. छोटे सिलेंडरों से वैकल्पिक व्यवस्था के तहत सप्लाई दी जा रही है. ऑक्सीजन की कमी से मौतों की सूचना गलत है.