सोहराब आलम/मोतिहारी, पूर्वी चंपारण। बिहार में शराबबंदी कानून के बावजूद शराब तस्कर लगातार नए-नए हथकंडे अपनाकर शराब की तस्करी को अंजाम दे रहे हैं। ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला मोतिहारी के पिपरा कोठी थाना क्षेत्र में सामने आया है, जहां हरियाणा और दिल्ली से लाई जा रही शराब की भारी खेप को पुलिस ने बरामद किया है। मामला और भी चौंकाने वाला तब बन गया जब पता चला कि शराब तस्कर महंगी लग्जरी कारों को ढोने वाले कंटेनर में एक छुपा हुआ तहखाना बनाकर उसमें शराब की पेटियां छिपा कर ला रहे थे। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि एक बड़ा कंटेनर जिसमें कारें लदी हैं, दरअसल शराब की तस्करी में इस्तेमाल हो रहा है। इस इनपुट के बाद एसडीपीओ जितेश पांडे के निर्देशन में एक विशेष टीम का गठन किया गया।
कीमत लगभग 15 लाख रुपये बताई जा रही
टीम ने पिपरा कोठी थाना क्षेत्र के ओवरब्रिज के नीचे घेराबंदी कर जब कंटेनर की तलाशी ली, तो उसमें से 132 पेटी विदेशी ब्रांड की शराब बरामद की गई। शराब की अनुमानित कीमत लगभग 15 लाख रुपये बताई जा रही है।
पुलिस की रणनीति और कार्रवाई
एसडीपीओ जितेश पांडे ने बताया कि शराब माफिया अब जांच एजेंसियों की आंखों में धूल झोंकने के लिए लग्जरी गाड़ियों और वैध दस्तावेजों की आड़ में तस्करी कर रहे हैं। लेकिन पुलिस की सतर्कता से यह बड़ी खेप पकड़ ली गई।
पुलिस का मानना है कि यह शराब हरियाणा और उत्तर प्रदेश के रास्ते बिहार के अंदरूनी इलाकों में खपाने की योजना थी। फिलहाल मामले में कंटेनर ड्राइवर और अन्य संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है।
शराबबंदी कानून की खुली पोल
यह घटना एक बार फिर से राज्य में शराबबंदी कानून की कमजोरियों की ओर इशारा करती है। शराब माफिया हर बार नए तरीकों से तस्करी का रास्ता खोज निकालते हैं, जिससे प्रशासन के लिए चुनौती लगातार बनी हुई है। फिलहाल पुलिस की सतर्कता ने एक बड़ी खेप को बिहार की गलियों में उतरने से रोक दिया है।
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए किल्क करें