संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी। मुंगेली जिले के वन परिक्षेत्र खुड़िया में एक बार फिर वन विभाग की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है. सागौन प्लांटेशन के छोटे-छोटे कलम और खस घांस का सूखा पौधा नदी में फेंक दिया गया. इसे वन विभाग कारीडोंगरी नर्सरी से बिजराकछार सर्किल प्लांटेशन के लिए ट्रैक्टर के माध्यम से भेजा गया था.

जानकारी के मुताबिक, बोरियों में सागौन का कलम और खस घांस प्लांटेशन के पौधे थे, जिसे मनियारी नदी से जब्त किया गया. उक्त पौधे को अन्य राज्यों से हजारों रुपए खर्च करके मंगाया गया है. जिसे मनियारी नदी में जिम्मेदारों के द्वारा फेंक दिया गया था.

मामले की सूचना भाजपा नेता वीरेंद्र गुप्ता सहित वन समिति के सदस्यों को मिलते ही उनके द्वारा मौके का मुआयना किया गया. इस दौरान उन्हें नदी के नीचे जलभराव में 15 से अधिक बोरियां दिखाई दी, जिसे बाहर निकालने पर उसमें छोटे-छोटे प्लांटेशन के लिए तैयार पौधे दिखाई दिए. जिसकी सूचना तत्काल विभाग के अधिकारियों को दी गई, जिस पर उनके द्वारा अनभिज्ञता जाहिर की गई.

वहीं वन विभाग की उड़नदस्ता टीम मौके पर पहुंचकर जब सभी प्रवाहित नदी में मौजूद बोरियों को पानी से बाहर निकाला गया तो टीम के सदस्यों को प्लांटेशन के लिए तैयार पौधे भरे हुए लगभग 15 से अधिक बोरी मिली. जिसे जब्त करने की कार्रवाई की गई है.

इस पूरे मामले में कारीडोंगरी के डिप्टी  रेंजर सुंदर सिंह धुर्वे सहित वन विभाग के अन्य कर्मचारियों की भूमिका संदेह के घेरे में है. फिलहाल इस पूरे मामले में खुड़िया वन परिक्षेत्र के रेंजर खंभन कुमार डड़सेना ने जांच के बाद उचित कार्रवाई करने की बात कही है.

वहीं एसडीओ चूड़ामणी सिंह ने तत्काल जांच के बाद नियमानुसार कार्यवाही करने का भरोसा दिया है. बहरहाल देखना होगा इस पूरे मामले में कब तक विभागीय जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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