रायगढ़। कल शुक्रवार को रेलवे स्टेशन पर दिनभर गहमागहमी रही. यहां प्लेटफॉर्म नंबर दो पर लोको पायलटों ने जमकर हंगामा मचाया. यहां तक कि कलिंग उत्कल एक्सप्रेस के एसी कोच के कांच तक तोड़ दिए गए. ऊपर से मामले को नियंत्रित करने के लिए पहुंचे आरपीएफ अधिकारियों तक की जमतक पिटाई कर दी गई. वहां मौजूद लोगों का कहना है कि स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई थी. यहां तक कि हवाई फायरिंग की नौबत आ गई. हालांकि बाद में और जवान मौके पर पहुंचे और हंगामा कर रहे लोको पायलट का वीडियो बनाने लगे, तो फिर वे मौके से नदारद हो गए.
क्या है मामला?
घटना शुक्रवार की दोपहर पौने एक बजे के आसपास की है. जैसे ही पुरी से आ रही उत्कल एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर दो पर लगी, उसी दौरान करीब सौ की संख्या में लोको पायलटों ने ट्रेन के एसी कोच बी- वन को घेर लिया और टीटीई प्रभात कुमार झा को निकालकर पीटने की कोशिश करने लगे. वहां पर भीड़ इतनी उग्र थी कि उस कोच के पास जो भी लोग थे, ये नज़ारा देखकर डर गए.
इस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आरपीएफ के एसआई एसके शुक्ला और एक आरक्षक खूंटे मौके पर सिविल ड्रेस में पहुंचे थे. लोको पायलटों ने पहले तो एसआई शुक्ला की धुनाई कर दी. इसके बाद उनके साथ आए आरक्षक खूंटे को जमकर पटक-पटक कर पीटा. इसी बीच आरपीएफ पोस्ट से कुछ और जवान पहुंच गए, जिसमें से एक जवान ने लोको पायलटों का वीडियो बनाना शुरू कर दिया, तब वहां से लोको पायलट भागे.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि लोको पायलट टीटीई प्रभात कुमार झा को पूरे कोच में ढूंढते रहे, लेकिन वो कोच के बाथरूम में जाकर छिप गया. लोको पायलट उसे बाथरूम से बाहर निकालने का प्रयास करने, जब वो नहीं निकला, तो दरवाजे को तोड़ने की कोशिश की गई. बाथरूम की खिड़की को तोड़ दिया गया. वहां से टीटीई को खींचकर बाहर निकालने का प्रयास करने लगे. इस दौरान टीटीई घायल हो गया है. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जिस तरह से टीटीई को निकालने की कोशिश की जा रही थी, अगर लोको पायलट इसमें सफल हो गए होते, तो पिटाई से उसकी जान तक जा सकती थी.
टिकट और पास को लेकर हुआ था विवाद
बताया जा रहा है कि रायगढ़ से छह-सात लोको पायलट मालगाड़ी लेकर राउरकेला गए थे. वहां से लौटने के दौरान ये लोग बी-वन एसी कोच में चढ़े और टीटीई से सीट मांगने लगे. टीटीई का कहना है कि एसी कोच में सीट के लिए लोको पायलटों को पास जारी होता है, लेकिन ये पास इनके पास नहीं था. इसके बाद इन्हें सीट देने से मना कर दिया गया. वहीं लोको पायलटों का कहना है कि टीटीई को पास दिया गया, पर उसने उसे फाड़ दिया. यहां से विवाद शुरू हो गया. इसी बीच एक लोको पायलट ने टीटीई को रायगढ़ में देख लेने की धमकी दी थी.
लोको पायलट की धमकी के बाद एक अन्य टीटीई ने रायगढ़ स्टेशन पर किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए इसकी सूचना बिलासपुर कंट्रोल को दी, वहां से आरपीएफ एसआई शुक्ला और आरक्षक खूंटे को संभावित खतरे के मद्देनजर सूचना दी गई थी. ये दोनों आरपीएफवाले सिविल ड्रेस में कोच के पास स्थिति नियंत्रित करने पहुंचे थे, जहां इनकी भी पिटाई कर दी गई.
वहीं घटना से टीटीई प्रभात कुमार झा इतनी दहशत में थे कि रायगढ़ से ट्रेन समय पर खुल जाने के बावजूद वे बाथरूम में ही बंद रहे. इसी बीच हंगामे के बाद आरपीएफ के कुछ जवानों को कोच में भेजा गया था. जब उन जवानों ने टीटीई को भरोसा दिलवाया कि आप सुरक्षित हैं, बाहर आओ तब जाकर उसने खरसिया में गेट खोला और बाहर निकला.
इस ममाले में ये बात भी सामने आ रही है कि लोको पायलटों के इस उत्पात के बाद एक पैसेंजर ने इस घटना की ट्वीट डीआरएम और रेलमंत्री से भी की है. दूसरी ओर टीटीई का यूनियन इस मामले में मुखर हो गया है जो सूचना मिल रही है उसके अनुसार बिलासपुर में कार्रवाई की मांग को लेकर आंदोलन की तैयारी कर ली गई है. शनिवार से टीटीई हड़ताल पर जा सकते हैं.