सुप्रिया पांडेय, रायपुर. रायपुर रेल मंडल के लोको पायलट ने भूखे रहकर ट्रेनों के संचालन का फैसला लिया है. लोको पायलट की मांग है कि नाइट ड्यूटी एलाउंस को चालू किया जाए. साथ ही उनका कहना है कि कोल संकट के नाम पर उनसे 15 घंटे की ड्यूटी कराई जा रही है.

ऑल इंडिया लोको पायलट रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के आह्वान पर आंदोलन कर रहे लोको पायलट का कहना है कि उनसे ये कहकर ज्यादा ड्यूटी कराई जा रही है कि पूरा देश कोल के संकट से जूझ रहा है, ऐसे में उन्हें अतिरिक्त काम करने की आवश्यकता होगी. लोको पायलट्स का कहना है कि इतनी गर्मी में रेल इंजन भी काफी गर्म हो जाता है. रेल इंजन को वातानुकूलित किया जाना चाहिए, जिससे वे 12 से 14 घंटे भी काम करें तो उन्हें सहूलियत हो सके. बाहर का तापमान यदि 47 डिग्री है, तो रेल इंजन का तापमान 54 डिग्री तक पहुंच जाता है, जिसकी वजह से उन्हें काफी परेशानी होती है.

12 घंटे काम कर जताएंगे विरोध

लोको पायलट्स ने बताया कि ज्यादा गर्मी की वजह से कई कर्मचारियों की तबीयत भी खराब हो जाती है. इसके विरोध में वे सुबह 8 से रात 8 बजे तक भूखे रहकर ट्रेन चलाएंगे. जिससे विरोध भी हो जाए और ट्रेनों का परिचालन बाधित न हो. प्रांत सेक्रेटरी आरके विश्वकर्मा ने कहा कि वे विरोध स्वरूप 12 घंटे का उपवास रखकर ट्रेन चलाएंगे, जिससे काम प्रभावित ना हो.

कई मांगों को लेकर विरोध

आपको बता दें कि रायपुर, बिलासपुर, भिलाई, दल्लीराजहरा के सदस्य भी रेलवे प्रशासन के खिलाफ विरोध कर रहे हैं. स्टेशनों में क्रू पोस्टिंग रद्द करने, 9 घंटे की ड्यूटी, सीलिंग रहित एनडीए भुगतान, रनिंग रूम कार्यपद्धती लागू न करने समेत विभिन्न मांगों को लेकर लोको पायलट विरोध कर रहे हैं.

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