इनकम टैक्स अधिकारियों ने डीएमके की नेता कनिमोझी के घर पर छापा मारा है. उन्हें जानकारी मिली थी कि कनिमोझी के आवास के ऊपरी हिस्से को नकदी जमा करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.
दूसरे चरण का चुनाव प्रचार खत्म होते ही इनकम टैक्स ने तूतीकोरिन स्थित कनिमोझी के घर छापा मारा
आईटी अधिकारियों के मुताबिक, तूतीकोरिन के कलेक्टर ने जानकारी दी थी कि यहां नकदी छिपाई जा रही है
डीएमके प्रमुख स्टालिन ने पूछा, तमिलनाडु बीजेपी प्रमुख के घर करोड़ों रुपये हैं वहां क्यों नहीं छापा मारते
चेन्नै. इनकम टैक्स अधिकारियों ने मंगलवार शाम डीएमके नेता कनिमोझी के घर पर छापा मारा है. उन्हें वहां बड़ी मात्रा में नकदी जमा होने की सूचना मिली थी. कनिमोझी तूतीकोरिन लोकसभा सीट से डीएमके प्रत्याशी हैं. डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन ने मोदी पर आरोप लगाया कि वह चुनावों को प्रभावित करने के लिए आयकर अधिकारियों का इस्तेमाल कर रहे हैं.
दूसरे चरण में राज्य की 39 लोकसभा और 18 विधानसभा सीटों के लिए गुरुवार को चुनाव होने हैं. दूसरे चरण के लिए चल रहे चुनाव प्रचार के समाप्त होने के बाद आयकर अधिकारियों ने तूतीकोरिन के कुरिंगी नगर स्थित कनिमोझी के आवास पर यह छापेमारी की.
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तूतीकोरिन के कलेक्टर से मिली थी जानकारी
आयकर विभाग के एक वरिष्ठ जांच अधिकारी ने बताया, ‘तूतीकोरिन के कलेक्टर से हमें जानकारी मिली थी कि आवास के ऊपरी हिस्से को नकदी जमा करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. कलेक्टर से मिली इस जानकारी के आधार पर हम दो टीमों के साथ आवास में घुस गए. हम केवल यह जांच रहे हैं कि वहां पैसा स्टोर किया जा रहा था या नहीं.’
डीएमके चीफ और कनिमोझी के भाई एमके स्टालिन ने आयकर विभाग के इन छापों पर कहा, ‘बीजेपी के तमिलनाडु अध्यक्ष तमिलिसई सौंदरराजन के घर पर करोड़ों रुपये रखे हैं वहां छापे क्यों नहीं मारे जा रहे? मोदी चुनावों में हस्तक्षेप करने के लिए इनकम टैक्स, न्यायपालिका और अब चुनाव आयोग का इस्तेमाल कर रहे हैं. वह ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्हें हारने का डर है.’
कनिमोझी के आवास पर मारे जा रहे छापे में लगभग 10 अधिकारी शामिल हैं. छापेमारी से नाराज होकर डीएमके कार्यकर्ताओं ने कनिमोझी के घर के बाहर जमा होकर प्रदर्शन किया. तमिलनाडु में होने वाले चुनावों, खासकर कांग्रेस और डीएमके गठबंधन में कनिमोझी की अहम भूमिका रही है. राज्यसभा सांसद और डीएमके नेता कनिमोझी ने अकेले अपने दम पर अपनी पार्टी और कांग्रेस के लिए साथ आने का रास्ता आसानी से तैयार किया था.
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वेल्लौर में भी नकदी मिलने पर चुनाव हुआ रद्द
गौरतलब है कि इससे पहले मंगलवार को ही तमिलनाडु की वेल्लौर लोकसभा का चुनाव भारी मात्रा में नकदी बरामद होने के बाद रद्द कर दिया गया था. डीएमके उम्मीदवार के कार्यालय से कुछ दिन पहले कथित रूप से भारी मात्रा में नकदी बरामद की गई थी. जिला पुलिस ने डीएमके कैंडिडेट कातिर आनंद और पार्टी के दो अन्य पदाधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था. यह केस 10 अप्रैल को आयकर विभाग की एक रिपोर्ट के आधार पर दर्ज किया गया था. आनंद के खिलाफ जनप्रतिनिधि कानून के तहत केस दर्ज की गई है. उनपर आरोप है कि उन्होंने नामांकन पत्र में गलत जानकारी दी है. दो अन्य श्रीनिवासन और दामोदरन पर रिश्वत के आरोप हैं.