नीरज काकोटिया, बालाघाट। देश मे लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है, सभी दल अपनी अपनी तैयारी मे लगे हुए है। खासतौर पर अहम पार्टी भाजपा और कांग्रेस की बात करे तो बीजेपी ने अपने सभी केंडीडेट्सों के नामों की घोषणा कर दी है, तो वहीं कांग्रेस का अभी भी अपने कई सीटों में उम्मीदवारों के नाम के चयन के लिये मंथन जारी है। बात की जाए मध्यप्रदेश के बालाघाट, सिवनी लोकसभा सीट की तो यहां कुल मतदाताओं की संख्या लगभग 18,71,270 है जिसमे पुरुष मतदाताओं की संख्या 9,29,434 तो महिला मतदाताओं की संख्या 9,41,821 है व और भी मतदाता अन्य मे शामिल है।
भारती पारधी को बीजेपी ने बनाया अपना उम्मीदवार
इस संसदीय क्षेत्र से 2019 से 2024 तक सांसद रह चुके डॉ. ढालसिंह बिसेन का टिकट काट कर भाजपा आलाकमान ने महिला उम्मीदवार भारती पारधी को प्रत्याशी बनाया है। वहीं कांग्रेस का अभी भी इस संसदीय क्षेत्र के लिए उम्मीदवार का चयन करना बाकी है। भाजपा की महिला उम्मीदवार भारती पारधी की हम बात करें तो वह वर्तमान मे नगर पालिका मे पार्षद है काफी लम्बे समय से भाजपा मे सक्रिय कार्यकर्ता के रूप मे काबिज है। पारधी पूर्व मे जिला पंचायत सदस्य, जिला महामंत्री व भाजपा जिला उपाध्यक्ष सहित पार्टी संगठन के कई पदों मे रहकर नेतृत्व कर चुकी है जिन्हे अब भाजपा आला कमान ने बालाघाट सिवनी संसदीय क्षेत्र से अपना अधिकृत उम्मीदवार घोषित कर भरोसा जताया है।
Lok Sabha Election 2024: बीजेपी के एजेंडे से विपरीत चल रही कांग्रेस, जबलपुर में मुस्लिम वोटर्स पर फोकस करने की गलती तो नहीं कर रही, इस प्रत्याशी पर दांव लगाने की चर्चा
वही कांग्रेस से हिना कावरे और कंकर मुंजारे का नाम अभी चर्चाओ पर है लेकिन यह कह पाना मुश्किल है की कांग्रेस किसे यहां से अपना उम्मीदवार बनाती है बतादे की हिना कावरे लाँजी विधानसभा से पूर्व विधायक रह चुकी है साथ ही वह कमलनाथ सरकार मे विधानसभा उपाध्यक्ष भी रही है राजनीती का खासा अनुभव उन्हे है बीते विधानसभा चुनाव मे उन्होंने कांग्रेस पार्टी से ही चुनाव लडा था लेकिन दुर्भाग्यवश उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस से कंकर मुजारे भी अपनी उम्मीदवारी करने की मंसा जाहिर कर रहे है जिसके लिए उन्होंने कुछ दिन पहले ही कांग्रेस पीसीसी चीफ जीतू पटवारी व दिग्विजय सिंह से भेंट मुलाक़ात की है। बता दें की कंकर मुंजारे शुरुआती दौर से एक कद्दावर क्रन्तिकारी नेता के रूप मे रहे है इसके साथ ही वे सन 1989 मे निर्दलीय चुनाव लड़कर लोकसभा मे सांसद रह चुके है व विधायक भी रह चुके हैं। वहीं अब उन्होंने इस बार कांग्रेस पार्टी से लोकसभा चुनाव लड़ने की मंसा जाहिर की है। देखना होगा की कांग्रेस किसे अपना उम्मीदवार बनाती है।
लोकसभा चुनाव मे अधिकतर जातिवाद का रहा है बोलबाला
इस लोकसभा सीट की खास बात यह रही है कि इस सीट से लगातार लोकसभा चुनाव मे 1998 से भाजपा का ही कब्ज़ा रहा है और अधिकतर पवार समाज के ही उम्मीदवार इस संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते आए हैं। बालाघाट, सिवनी संसदीय क्षेत्र मे कुल 8 विधानसभा सीटे आती है, जिसमे की बालाघाट से 6 और सिवनी से 2 विधानसभा सीट है। हालांकि बालाघाट जिले की विधानसभा की हम बात करें तो यहां बैहर, परसवाडा और लाँजी ये तीनों ही क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र कहलाते है। इसके अलावा बालाघाट के अन्य क्षेत्र व सिवनी और बरघाट मे अधिकांश पवार जाति के लोग निवासरत है। यही वजह है की हर लोकसभा चुनाव मे यहां पर जातिवाद का खासा असर देखने को मिलता है और यहां से अधिकांश भाजपा उम्मीदवार पवार समाज का ही चुना गया है।
Special Report: दो पूर्व मुख्यमंत्री आमने-सामने लेकिन हार गए दोनों दिग्गज, आखिर कौन था सियासत का जायंट किलर
हाल ही मे इसी क्षेत्र के सांसद रहे डॉ. ढालसिंह बिसेन 2019 के लोकसभा चुनाव मे सांसद चुने गये थे वह भी पवार समाज से ही आते है। इसके अलावा सन 2014 मे लोकसभा चुनाव की हम बात करें तो यहां से बोधसिंह भगत भी भाजपा पार्टी से एक बार के सांसद रह चुके हैं। वहीं भाजपा पार्टी के कद्दावर नेता कहे जाने वाले गौरीशंकर बिसेन भी सन 1998 मे अटल जी की सरकार मे इस संसदीय क्षेत्र से सांसद रहे। लेकिन जल्द ही उनकी सरकार गिर गई जिसके बाद पुनः एक बार फिर 2004 मे वे भाजपा से सांसद चुने गए जिनका कार्यकाल पांच वर्षों तक रहा इस तरह से गौरीशंकर बिसेन दो बार के सांसद रहे। तो इस संसदीय क्षेत्र लगातार पवार समाज के उम्मीदवार ही इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते आए है। इस बार फिर से भजपा पार्टी ने भारती पारधी को अपना अधिकृत उम्मीदवार बनाया है। भाजपा ने इस लोकसभा सीट से हमेशा पुरुष को उम्मीदवार बनाते आई है और लगातार 6 लोकसभा चुनाव से अपना कब्ज़ा बनाये हुए है। वही इस बार अब महिला उम्मीदवार भारती पारधी को अपना अधिकृत उम्मीदवार बनाकर चुनावी मैदान मे उतारा हैं। देखने वाली बात होगी की इस बार भजपा इस लोकसभा सीट से क्या गुल खिलाती है।
इस संसदीय क्षेत्र की ये है ज्वलंत समस्याएं
बालाघाट सिवनी संसदीय क्षेत्र मे बालाघाट की तीन विधानसभा बैहर, परसवाडा व लाँजी ये ऐसी विधानसभा है जहां अधिकांश आदिवासी बाहुल्य जनजाति के लोग निवासरत है। इन क्षेत्रो मे कई ऐसे इंटीरियल ग्राम है, जहां आज भी ग्रामीणों को मुलभुत सुविधाओं से वंचित रहना पड़ रहा है। कई गांव मे न तो बिजली है ना सडक है और न ही पीने के लिए स्वच्छ पानी। सड़क व पुल पुलिया की हम बात करे तो अक्सर बारीश के दिनों मे कई जगह पक्के पुल व पुलिया का निर्माण नही होने से ग्रामीणों का एक गांव से दूसरे गांव जाना दुभर हो जाता है। अधिकांश बारीश के दिनों मे गांव के स्कूली बच्चे और कई ग्रामीण नदी नालों मे पुल, पुलिया नही होने की वजह से मजबूरन अपनी जान को जोखिम मे डाल कर नदी व नाले को पार करके स्कूल और अपने गनतंव्य तक पहुंचते हैं।
Lok Sabha Election 2024: धार में किसका होगा उद्धार ? पहले चुनाव में जनसंघ के भारत सिंह ने मारी थी बाजी, अब सावित्री और राधे के बीच होगा मुकाबला, क्या भोजशाला विवाद को BJP करेगी टारगेट ?
कई बार स्थानीय ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों ने शासन व प्रशासन से निर्माण को लेकर गुहार तो लगाई, लेकिन अभी तक कई जगह ऐसी है जहां निर्माण नहीं हो पाए है और कई जगह अधूरे ही निर्माण कार्य हुए है। इतना ही नही इस क्षेत्र के रहवासी रोजगार के अभाव मे पलायन करने को भी मजबूर है। बहरहाल सत्ता मे नेता और मंत्री तो बन जाते है लेकिन इन ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पता और समस्या जस की तस बनी रहती है। हालांकि इस बार देखना दिलचस्प होगा कि इस सीट पर बाजी कौन मारता है।
खनिज संसाधनों से भरपूर है जिला
बालाघाट-सिवनी संसदीय क्षेत्र में प्रकृति की अमूल्य धरोहरों का समावेश है। एशिया की सबसे बड़ी मैग्नीज भरवेली माइंस, तिरोड़ी माइंस, उकवा माइंस के अलावा मलाजखंड में ताम्र परियोजना शामिल है। इनके अलावा प्राकृतिक व दार्शनिक स्थलों की भरमार है। साथ ही कान्हा नेशनल पार्क का कुछ हिस्सा बालाघाट जिले में शामिल है एवं सोनेवानी अभ्यारण का प्रापोजल भी लंबिल है। इन सबके अलावा ऐतिहासिक धरोहरों में हट्टा की बावड़ी व लांजी का किला भी बालाघाट संसदीय क्षेत्र में समाहित है, जो विश्व प्रसिद्ध है।
Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
Read More:- https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक