कर्ण मिश्रा, ग्वालियर. मध्य प्रदेश की हाई प्रोफाइल सीटों में शुमार ग्वालियर लोकसभा सीट पर कांग्रेस अभी तक अपने प्रत्याशी का ऐलान नहीं कर पाई है. वहीं कांग्रेस के अंदरखाने में दबी जुबान अपने चहेते चेहरे के लिए आवाज भी उठ रही है. ग्वालियर से भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व मंत्री भारत सिंह कुशवाह को अपना प्रत्याशी बनाया है. ऐसी स्थिति में कांग्रेस एक मजबूत चेहरे को चुनाव मैदान में उतरना चाहती है. लेकिन कांग्रेस के सामने जातिगत समीकरण एक बड़ी परेशानी बन गया है.

ग्वालियर लोकसभा सीट पर पूर्व विधायक प्रवीण, पूर्व रामसेवक सिंह बाबूजी, पूर्व विधायक बृजेंद्र तिवारी और युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव मितेंद्र दर्शन सिंह के नाम सबसे ज्यादा चर्चाओं में हैं. ऐसे में हम आपको सबसे पहले इन चेहरों की दावेदारी के पीछे के कारणों से रूबरू कराते हैं.

प्रवीण पाठक (पूर्व विधायक)- इन्होंने 2018 विधानसभा चुनाव में बीजेपी के कद्दावर नेता और मंत्री नारायण सिंह कुशवाह को चुनाव हराया था. पार्टी ने 2023 विधानसभा चुनाव भी उन्हें लड़ाया था, हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा. ऐसे ने पूर्व विधायक का टैग और युवा चेहरे होने के नाते दावेदारी मजबूत मानी जा रही है.

मितेन्द्र दर्शन सिंह (राष्ट्रीय सचिव युवक कांग्रेस)- ग्वालियर लोकसभा टिकट हासिल करने के लिए मितेंद्र दर्शन सिंह भी दांव पेच में पीछे नहीं हैं. मितेन्द्र 2018, 2020 (उपचुनाव) और 2023 विधानसभा चुनाव में विधानसभा टिकट की रेस में भी रहे. लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिल सका. युवा ओबीसी चेहरा होने के नाते पार्टी उन पर दांव लगा सकती है.

रामसेवक सिंह बाबूजी (पूर्व सांसद)- इनके टिकट को लेकर पार्टी के अंदर रस्साकशी चल रही है. 2023 विधानसभा चुनाव में ग्वालियर ग्रामीण से पार्टी ने साहब सिंह गुर्जर को टिकट दिया था और उन्हें जीत भी हासिल हुई है. ऐसे में गुर्जर वोट बैंक को अपनी ओर खींचने पार्टी इन पर दाव लगा सकती है.

बृजेंद्र तिवारी (पूर्व विधायक)- भितरवार विधानसभा से भाजपा के पूर्व विधायक रहे बृजेंद्र तिवारी ने 2023 विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया था. ऐसे में बीजेपी के ओबीसी प्रत्याशी के सामने ब्राह्मण और सामान्य वर्ग से आने के चलते बृजेन्द्र तिवारी पर पार्टी दाव लगा सकती है.

ग्वालियर लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी भारत सिंह कुशवाह का कहना है कि मोदी लहर के सामने कांग्रेस पार्टी अपने प्रत्याशियों का ऐलान नहीं कर पा रही है, क्योंकि उन्हें पता है मोदी जी की लहर में उनके प्रत्याशी हवा में उड़ जाएंगे. जीत भारतीय जनता पार्टी की होगी.

वहीं कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी के नाम ऐलान में हो रही लेट लतीफी पर कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता डॉ राम पांडे का कहना है कि ग्वालियर लोकसभा सीट पर तीसरे चरण 7 मई को चुनाव होना है. ऐसे में योग्य प्रत्याशी को लेकर पार्टी आलाकमान चिंतन मंथन कर रहा है. कांग्रेस पार्टी ऐसे चेहरे को चुनाव मैदान में उतारेगी जो भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी से ज्यादा जनता की सेवा करने उनके बीच में रहता होगा.

एक ओऱ कांग्रेस पार्टी का शीर्ष नेतृत्व मजबूत चेहरे को चुनाव मैदान में उतरने के लिए मंथन कर रहा है तो, वहीं दूसरी ओर प्रत्याशियों के समर्थक अपने लेवल पर पार्टी के अंदर खाने में दबी जुबान पार्टी को ही डरा रहे हैं. जिसके चलते पार्टी अपने जीत के समीकरण को बनाने में कहीं ना कहीं असमंजस में बनी हुई है.

चुनावी समीकरणों के दाव पेच के बीच पार्टी का शीर्ष नेतृत्व मजबूत चेहरे पर अंतिम मोहर लगाने की तैयारी में है तो, वहीं बीजेपी भी कांग्रेस प्रत्याशी के नाम ऐलान का बेसब्री से इंतजार कर रही है. ताकि चुनावी रणनीति को प्रत्याशी के आधार पर और ज्यादा बेहतर किया जा सके.

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