अमृतसर। आम आदमी पार्टी अपनी स्थापना से अब तक की सबसे बड़ी चुनौती से जूझ रही है. दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकारें हैं. चुनाव आयोग की ओर से राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टी घोषित होने के बाद देश में अपना आधार बढ़ाने के लिए प्रयास में जुटी आप पार्टी अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी से संकट के दौर में है. लोकसभा चुनाव के दौरान केजरीवाल के 3 बड़े सहयोगी मनीष सिसौदिया, सतेन्द्र जैन और संजय सिंह जेल में बंद है. केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद अब सीएम भगवंत सिंह मान के कंधों पर पंजाब के साथ-साथ दिल्ली की लोकसभा सीटों के लिए चुनाव प्रचार का बोझ भी आ गया है. Read More – Punjab News : आपस में भिड़े दो ट्रक, रेलवे ओवरब्रिज क्षतिग्रस्त, गाड़ी के भी उड़े परखच्चे

जालंधर लोकसभा सीट से उपचुनाव जीतकर सांसद बने सुशील कुमार रिंकू और जालंधर वैस्ट से विधायक शीतल अंगराल की ओर से पार्टी को अलविदा कहना और भाजपा में शामिल होना, जहां पंजाब आप के लिए एक बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है. वहीं पंजाब में 13 लोकसभा सीटों पर जीत का दावा कमजोर हुआ है. सीएम भगवंत सिंह मान ने खुद प्रदेश की 8 लोकसभा सीटों से उम्मीदवारों की घोषणा की थी. इसमें जालंधर के लिए सुशील कुमार रिंकू का नाम भी शामिल था.

केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद अब सीएम भगवंत सिंह मान के कंधों पर पंजाब के साथ-साथ दिल्ली की लोकसभा सीटों के लिए चुनाव प्रचार का बोझ भी आ गया है. आम आदमी पार्टी के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह है कि राज्यसभा सदस्य अभी तक लोकसभा चुनाव प्रचार में सक्रिय नहीं हुए हैं. आम आदमी पार्टी में बड़ा स्थान रखने वाले राज्यसभा सांसद राघव चड्डा की खामोशी ने राजनीतिक गलियारों में कई चर्चाओं को जन्म दिया है.

आंखों के इलाज के लिए लंदन गए राघव चड्डा लोकसभा चुनाव प्रचार से दूर हैं. राघव चड्डा पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के कर्ताधर्ता थे. इसी तरह हरभजन सिंह आईपीएल में व्यस्त हैं. वह राजनीति से दूर हैं. पार्टी को उनकी लोकसभा चुनाव प्रचार में जरूरत है. संत बलबीर सिंह सीचेवाल भी अभी तक चुनाव प्रचार में सक्रिय नहीं हुए है, न ही उन्होंने केजरीवाल की गिरफ्तारी पर कोई टिप्पणी नहीं की है.

लोकसभा चुनाव प्रचार में राज्यसभा सांसदों की एक मजबूत भूमिका होती है. आम आदमी पार्टी इस समय राजनीतिक संकट में है. आम आदमी पार्टी की टिकट पर जीते राज्यसभा सांसदों को पार्टी को संकट से उबारने की एक बड़ी जिम्मेदारी है. राघव चड्डा लंदन से लौट कर चुनाव प्रचार में शामिल होंगे. क्या वह सीएम भगवंत सिंह मान के साथ दिल्ली और पंजाब में चुनाव प्रचार के दौरान उपलब्ध रहेंगे. इस पर राजनीतिक पंडितों की नजरे लगी हुई हैं.