स्पेशल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश में मिशन 2024 यानी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के लिए बिसात बिछने लगी है। इसे लेकर राजनीतिक दलों ने तैयारियां शुरू कर दी है। साल 2019 में प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से 28 पर भारतीय जनता पार्टी तो वहीं कांग्रेस ने एक सीट पर कब्जा जमाया था। फिलहाल एमपी में पांच लोकसभा सीटें खाली है। इस बार लोकसभा इलेक्शन में विधानसभा चुनाव का असर देखने को मिल सकता है। आइए एक नजर डालते है लोकसभा सीटों के समीकरण पर…

विधानसभा चुनाव की जीत का मिलेगा फायदा ?

सबसे पहले बात हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव की करते हैं। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में भारतीय जनता पार्टी ने बंपर जीत हासिल की है। 230 विधानसभा सीटों में से 163 पर बीजेपी के उम्मीदवार जीते, वहीं कांग्रेस 66 सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी। आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को विधानसभा में मिली ऐतिहासिक जीत का फायदा मिल सकता है।

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एमपी मंत्रिमंडल में लोकसभा की जमावट

आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए मोहन मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया। मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा क्षेत्रों में से 23 को एमपी कैबिनेट में प्रतिनिधित्व मिला है।

MP की 29 संसदीय सीट

मध्य प्रदेश में 29 लोकसभा सीटें आती हैं। जिनमें भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन, विदिशा, मुरैना, भिंड, गुना, सागर, टीकगमढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा, सीधी, शहडोल, मंडला, बालाघाट, छिंदवाड़ा, होशंगाबाद, राजगढ़, देवास, मंदसौर, रतलाम, धार, खरगोन, खंडवा और बैतूल शामिल हैं।

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29 में 28 पर बीजेपी, कांग्रेस के खाते में एक सीट

मध्य प्रदेश में कुल 29 लोकसभा सीटें आती हैं। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 28 सीटों पर कब्जा जमाया था, जबकि कांग्रेस एक सीट पर सिमट कर रह गई थी। कांग्रेस ने छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर कब्जा जमाया था। इस बार भाजपा का सबसे ज्यादा फोकस छिंदवाड़ा सीट पर है। पार्टी ने प्रदेश की सभी 29 सीटों पर जीत हासिल का टारगेट रखा है। लेकिन भाजपा के लिए छिंदवाड़ा सीट जीतना किसी चुनौती से कम नहीं होगा। ऐसा इसलिए क्यों कि विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने छिंदवाड़ा से एक भी सीट नहीं जीत सकी।

MP की 29 संसदीय सीटों में से 5 रिक्त

बीजेपी ने एमपी विधानसभा चुनाव 2023 में 3 केंद्रीय मंत्री समेत सात सांसदों को मैदान में उतारा था। नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते, राकेश सिंह, रीति पाठक, गणेश सिंह, उदय प्रताप सिंह को टिकट दिया था। इनमें नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, राकेश सिंह, रीति पाठक और उदय प्रताप सिंह ने जीत दर्ज की थी। जबकि केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, सांसद गणेश सिंह को हार का सामना करना पड़ा था। फिलहाल एमपी की 29 लोकसभा सीटों में पांच सीटें खाली है।

सभी सीटें जीतने का लक्ष्य

एमपी में भारतीय जनता पार्टी ने तैयारियां शुरू कर दी है। इसे लेकर बीजेपी में बैठकों का सिलसिला जारी है। हाल ही में पार्टी ने एमपी की 29 लोकसभा सीटों पर 7 क्लस्टर बनाया है। अब सात शहरों में लोकसभा वॉर रूम बनाने की तैयारी की जा रही है।

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सत्ताधारी दल भाजपा लोकसभा चुनाव के लिए जमीनी जमावट शुरू कर दी है। साल 2019 में 28 सीटों बीजेपी ने जीत दर्ज की थी, वहीं कांग्रेस के खाते में एक सीट आई थी। इस बार BJP ने सभी 29 सीट जीतने का लक्ष्य रखा है। इसे लेकर सात क्लस्टर बनाए गए है।

क्लस्टर में उतरेंगे ये नेता

  • कैलाश विजयवर्गीय – मालवा क्षेत्र की पांच लोकसभा सीट (इंदौर, देवास, धार, खरगोन, खंडवा)
  • राजेंद्र शुक्ला – विंध्य क्षेत्र की चार सीट (रीवा, सतना, सीधी, शहडोल)
  • जगदीश देवड़ा – उज्जैन संभाग की तीन सीट (उज्जैन, रतलाम, मंदसौर)
  • प्रहलाद पटेल- महाकौशल की चार सीट (छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, बालाघाट)
  • नरोत्तम मिश्रा- ग्वालियर चंबल की चार सीट (ग्वालियर, गुना-शिवपुरी, मुरैना, भिंड)
  • भूपेंद्र सिंह- बुंदेलखंड की चार सीट (सागर, दमोह, टीकमगढ़, खजुराहो)
  • विश्वास सारंग- भोपाल-नर्मदापुरम की पांच लोकसभा सीट (भोपाल, विदिशा, होशंगाबाद, बैतूल, राजगढ़)

इन सीटों से एक भी मंत्री, कितना होगा नुकसान ?

प्रदेश की छिंदवाड़ा, बालाघाट, धार, गुना, खंडवा और खरगोन लोकसभा क्षेत्र से एक भी मंत्री नहीं बनाया गया है। छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र में आने वाली सभी सात विधानसभा सीटों से कांग्रेस जीती थी। इस कारण यहां से किसी को मंत्री बनाना संभव ही नहीं था। जिन विधानसभाओं से मंत्री नहीं बनाया गया है वह भाजपा को कितना नुकसान होगा यह तो आने वाले समय ही बताएगा।

कांग्रेस की सुस्त चाल!

इधर, लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस में कोई खास हलचल दिखाई नहीं दे रही है। प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे के साथ मिलकर दौरे तो कर रहे है, लेकिन पार्टी के वरिष्ठ और दिग्गज नेता नजर नहीं आ रहे हैं।

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