Lok Sabha Election 2024. कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आज गाजियाबाद में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने भाजपा और पीएम मोदी पर निशाना साधा. अखिलेश यादव ने बेरोजगारी और नौजवानों का मुद्दा उठाया तो राहुल गांधी ने इलेक्टोरल बॉन्ड के मुद्दे पर भाजपा को घेरा.

अखिलेश यादव ने कहा कि आने वाले दिनों में पश्चिम का माहौल बदलने जा रहा है. गाजियाबाद से गाजीपुर तक इंडिया गठबंधन सफाया करने का काम करेगा. आज किसान दुखी है. तमाम जो वादे किए थे, भाजपा की हर बात झूठी निकली. न आय दोगुनी हुई. न नौजवान को नौकरी मिली. उन्होंने कहा, जो विकास के सपने दिखाए, वो भी अधूरे हैं. नैतिकता का बुलबुला भी फूट गया है. इलेक्टोरल बॉन्ड ने इनका बैंड बजा दिया. भाजपा सभी भ्रष्टाचारियों का गोदाम बन गई है.

अखिलेश यादव ने आगे कहा कि सरकार ने 60 लाख नौजवानों का भविष्य अंधेरे में डाला. भाजपा का 2 लाख 25 हजार वोट हर लोकसभा में कम हुआ है. इसलिए एक भी वोट बंट न पाए. जहां हमें मतदान करना है, वहीं हमें सावधान भी रहना है. तभी भाजपा का सफाया होगा. ये देश का चुनाव है. देश की जनता बदलाव चाहती है. बदलाव की हवा पश्चिम यूपी से चल रही है.

इसे भी पढ़ें – लोकसभा चुनाव 2024 : सपा प्रत्याशी डिंपल यादव पहुंची कलेक्ट्रेट, मैनपुरी से किया नामांकन दाखिल

राहुल गांधी ने पहले देशवासियों को रामनवमी की शुभकामनाएं दीं. इसके बाद उन्होंने कहा कि ये चुनाव विचारधारा का चुनाव है. एक तरफ आरएसएस, भाजपा है जो संविधान को खत्म करने की कोशिश कर रही है. दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन है जो लोकतंत्र और संविधान की रक्षा कर रहा है. चुनाव में दो-तीन बड़े मुद्दे हैं. प्रमुख मुद्दे बेरोजगारी, महंगाई, भागीदारी हैं. कभी प्रधानमंत्री समुद्र के नीचे चले जाते हैं, कभी सी प्लेन पर चले जाते हैं. मगर मुद्दों पर न प्रधानमंत्री और न भाजपा बात करती है. कुछ दिन पहले पीएम मोदी ने समाचार एजेंसी को लंबा इंटरव्यू दिया. स्क्रिप्टेड था, फ्लॉप शो था.

राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी ने उस इंटरव्यू में इलेक्टोरल बॉन्ड समझाने की कोशिश की. वे कहते हैं कि ये सिस्टम ट्रांसपेरेंसी के लिए लाया गया है. राजनीति को साफ करने के लिए लाया गया है1 अगर ये सच है तो उस सिस्टम को सुप्रीम कोर्ट ने रद्द क्यों किया? अगर आप ट्रांसपेरेंसी लाना चाहते हैं तो जिन्होंने भाजपा को हजारों करोड़ दिए, उनका नाम आपने क्यों छुपाया. चंदा देने की तारीखें भी छिपाईं. पता चला है कि हजारों करोड़ का ठेका किसी कंपनी को मिलता है, उसके तुरंत बाद वो कंपनी भाजपा को चंदा देती है.

छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक