दुर्ग। दुर्ग लोकसभा क्षेत्र में डाकमत पत्रों की गिनती में भाजपा के विजय बघेल आगे चल रहे हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस के राजेंद्र साहू से है. 4 जून तक प्राप्त कुल 4021 डाक मत पत्रों की 14 टेबल पर गिनती की जा रही है.

दुर्ग लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के छत्तीसगढ़ राज्य का एक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है. यह निर्वाचन क्षेत्र प्रत्याशी नहीं बल्कि अपने स्थान की वजह से अपना महत्व रखता है. भिलाई जैसे मिनी इंडिया को अपने में समेटे इस निर्वाचन क्षेत्र में 9 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं, जिनमें पाटन, दुर्ग ग्रामीण, दुर्ग शहर, भिलाई नगर, वैशाली नगर, अहिवारा (एससी), साजा, बेमेतरा और नवागढ़ (एससी) शामिल है.

दुर्ग लोकसभा क्षेत्र में 20 लाख 90 हजार 414 कुल मतदाता हैं, जिनमें से 15,40,193 मतदाताओं ने (73.68 प्रतिशत) लोगों ने मतदान किया है.

लोकसभा क्षेत्र का इतिहास

इस निर्वाचन क्षेत्र से पहली बार 1952 में कांग्रेस के वासुदेव एस किरोलीकर ने जीत हासिल की थी. 1957 में मोहन लाल बाकलीवाल, 1967 में विश्वनाथ तामस्कर, 1968 में चंदूलाल चंद्राकर, 1977 में पहली बार कांग्रेस के इतर – जनता पार्टी के उम्मीदवार मोहन जैन ने जीत हासिल की.

1980 और 1984 में कांग्रेस उम्मीदवार चंदूलाल चंद्राकर ने फिर से जीत हासिल की. बाफोर्स घोटाले की हवा के बीच 1989 में फिर हवा बदली और जनता दल के उम्मीदवार पुरुषोत्तम कौशिक ने जीत हासिल की. लेकिन 1991 में फिर से चंदूलाल चंद्राकर ने वापसी की.

1995 में चंदूलाल चंद्राकर के निधन के बाद 1996 में हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार ताराचंद साहू ने जीत का जो सिलसिला शुरू किया वह 2004 तक जारी रहा. ताराचंद के बागी होने के बाद सीट पर 2009 में हुए चुनाव में भाजपा की सरोज पांडे ने जीत हासिल की. लेकिन 2014 में ताम्रध्वज साहू ने कांग्रेस की वापसी कराई. इसके बाद मोदी लहर में 2019 में भाजपा के विजय बघेल ने जीत हासिल की.