पंकज भदौरिया, दंतेवाड़ा। पुलिस को आज जिले में बड़ी कामयाबी मिली है. जिले में चलाए जा रहे अभियान लोन वर्राटू अभियान के तहत 5 इनामी समेत 27 नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसर्पण किया है. समर्पण करने वाले सभी नक्सली बारसूर इलाके के गुफा, हितामेटा, मंगनार, हंदवाड़ा इलाके के है. सभी सीआरपीएफ अधिकारी कुमार सौरभ और दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव के सामने सरेंडर किया. समर्पित नक्सलियों को समाज की मुख्य धारा से जुडऩे के लिए प्रोत्साहन राशि दिया गया. वहीं इस बार सपर्पित नक्सलियों का पहचान उजागर नहीं किया गया. पिछले दिनों समर्पित ग्रामीणों को निशाना बनाया गया था. ग्रामीणों के सामने बेरहमी से हत्या कर दी गई थी.

पुलिस ने दावा करते हुए बताया कि आज बारसूर, आमदई घाटी, हांदावाड़ा क्षेत्र के सक्रिय 5 इनामी एवं 2 स्थायी वारण्टी सहित 27 माओवादी लोन वर्राटू’ (घर वापस आईये) अभियान एवं छत्तीसगढ़ शासन के पुर्नवास योजना से प्रभावित होकर आत्मसर्मपण किया. इसमें ग्राम गुफा से 11, मंगनार से 5,  बेडमा से 7, हितावाडा से 3, हान्दावाड़ा से 1 नक्सली समाज के मुख्य धारा से जुड़े. पुलिस ने बताया कि पिछले चार महीने में लोन वर्राटू अभियान के तहत 45 इनामी माओवादी समेत कुल 177 माओवादी आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं.

छत्तीसगढ़ सरकार के पुर्नवास नीति के तहत आत्मसमर्पण बाद समाज के मुख्य धारा में शामिल आत्मसमर्पित माओवादियों को 10 हजार रूपये प्रोत्साहन राशि दिया जाता है. आत्मसमर्पित नक्सली अतिसंवेदनशील ग्रामों के निवासी है, नक्सली खतरे को देखते हुये गोपनीयता बनाये रखने के लिए नाम उजागर नहीं किया गया है.

बता दें कि जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत जिला दन्तेवाड़ा के विभिन्न ग्रामों के व्यक्ति जो प्रतिबंधित नक्सली संगठन में सक्रिय हैं, उन्हें आत्मसमर्पण कर सम्मानपूर्वक जीवन यापन करने के लिए थाना/कैम्पों एवं ग्राम पंचायतों में संबंधित क्षेत्र के सक्रिय माओवादियों का नाम चस्पा कर लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान चलाया जा रहा है. एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव के द्वारा माओवादियों से आत्मसमर्पण कर सम्मानपर्वक जीवन यापन करने के लिए लगातार अपील की जा रही है.