विक्रम मिश्र, लखनऊ. रेलवे में हुए एक ट्रैप जिसमें करोड़ो की हेराफेरी के साथ कई सफेदपोश लोग संदिग्ध पाए गए थे, उसकी जांच सीबीआई कर रही है. जिसमें सीबीआई की तरफ से सब ASI वीरेंद्र ही मुख्य आईओ की भूमिका में जांच कर रहे हैं. इस बीच शुक्रवार को एक बहुत ही हैरान करने वाली घटना सामने आई. लखनऊ सीबीआई में तैनात एसआई वीरेंद्र पर धनुष बाण से वार किया गया. जो वीरेंद्र के दाहीने कंधे पर लगा. वीरेंद्र को लहूलुहान हालात में अस्तपताल ले जाया गया जहां उनका इलाज चल रहा है.

सीबीआई कार्यालय में हुई इस घटना की पुलिस को सूचना दी गई. सूचना पाकर पुलिस ने आरोपी को मौके से गिरफ्तार कर लिया है. सीबीआई एसआई वीरेंद्र की तहरीर पर हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है. जानकारी के मुताबिक सन 1993 रेलवे में ट्रैप हुआ था, जिसमें ठेकों और डीजल लोडिंग के नाम पर करोड़ो की हेराफेरी हुई थी.

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नौकरी से हाथ धो बैठा था आरोपी

सीबीआई सूत्रों की मानें तो हमलावर के तार उसी मामले से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं. अब इस मामले में पुराने दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं. आरोपी की तफ्तीश में रेलवे कर्मी था. जबकि जिस ट्रैप की छानबीन सीबीआई कर रही है उसी मामले में आरोपी की नौकरी गई थी. रेलवे में हुए ट्रैप के मामले में सीबीआई ने मुकदमा दर्ज करवाया था.