कांकेर. चोर, लुटेरे, गुंडों और नक्सलियों को सबक सिखाने वाली पुलिस के सामाजिक सरोकार आमजन के दिल को छू लेते है. ऐसी ही एक अनूठी पहल पुलिस अधीक्षक कन्हैयालाल ध्रुव ने की है. कांकेर जिले में पिछले पांच दिनों से शाला का बहिष्कार कर शिक्षाकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए है. जिसके बाद से प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में बच्चों की पढ़ाई व्यवस्था चरमरा गई है.
सरकारी स्कूलों में पढ़ाई ठप्प हो जाने के बाद पुलिस ने छात्र छात्राओं को पढ़ाने का बीड़ा उठाया है. पुलिस कप्तान ने जिलेभर के थाना प्रभारी और पुलिस अफसरों को स्कूलों में पढ़ाने की जिम्मेदारी दी. एसपी कन्हैयालाल ध्रुव ने गढ़पिछवाड़ी प्राथमिक शाला के विद्यार्थियों को पढ़ाया. ध्रुव ने बच्चों को कहानी भी सुनाई और पढ़ाई-लिखाई का महत्व बताया.
एसपी ने कक्षा 2 के बच्चों को जंगली जानवरों की कहानी पढ़वाई और उससे संबंधित प्रश्न भी पूछे. बच्चों को अक्षर ज्ञान, एबीसीडी गिनती आदि पढ़ाया और बोर्ड पर लिखवाये. ध्रुव ने बच्चों को समझाइश दी कि वे रोज स्कूल आयें और बीच में पढ़ाई नहीं छोड़े. साफ सफाई का महत्व बताया और कहा कि शौच जाने के बाद और खाना खाने के पहले साबुन से अपने हाथ जरूर धोयें. पुलिस अधीक्षक ने बच्चों से कहा कि वे स्कूल में पढ़कर अपना उज्वल भविष्य बनाएं और अपने देश की सेवा करें, अपने देश को सर्वोच्च मानें।
मीडिया से चर्चा करते हुए पुलिस अधीक्षक केएल ध्रुव ने बताया कि उन्होंने शिक्षाकर्मियों के हड़ताल की वजह से स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने का बीड़ा उठाया है. उन्होंने अपने छात्र जीवन को याद किया. पुलिस कप्तान ने कहा कि विद्यार्थियों के बीच आकर अपने स्कूल के दिन याद आ गए, बच्चों को शिक्षा देना सुखद अनुभव रहा।
वही एएसपी जयप्रकाश बढ़ई, डीएसपी अमृत कुजूर, एसआई संदीप बंजारे और कोतवाली थाना प्रभारी आरपी सिंह सहित विभाग के अन्य अफसरों ने भी बच्चों की क्लास लगाकर उन्हें पढ़ाई के अलावा खेलकूद आदि गतिविधियों में भी सक्रिय रहने के लिए प्रेरित किया.