भोपाल। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मध्‍य प्रदेश विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का आदेश दिया है. इस फैसले के बाद विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने कांग्रेस के 16 बागी विधायकों के इस्तीफे स्वीकार कर लिया है. वहीं भाजपा विधायक शरद कौल ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. विधानसभा अध्यक्ष ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया है.

शुक्रवार शाम 5 बजे तक विधानसभा में शक्ति परीक्षण किया जाएगा. अभी की स्थिति में विधायकों का अंकगणित बीजेपी के पक्ष में है. दोनों ही दलों कांग्रेस और भाजपा ने अपने विधायकों के लिए व्हिप जारी कर दिया है. मध्यप्रदेश विधानसभा स्पीकर एन.पी. प्रजापति ने कहा कि 16 कांग्रेस विधायकों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है. विधानसभा का इतिहास है कि इतनी ज्यादा संख्या में विधायकों के इस्तीफे स्वीकार करना एक अध्यक्ष को कितना भारी लगता है, कितना दुखी मन होता है, लेकिन क्या करें सदस्य खुद इस्तीफा दे रहे हैं.

क्या है अंकगणित ?

विधानसभा में 230 विधायक संख्या है. दो सीट खाली है. कांग्रेस के 6 मंत्री और 16 कांग्रेस, 1 बीजेपी विधायक के इस्तीफे के बाद संख्या 205 पहुंच गया है. सदन में बहुमत के लिए 103 विधायकों के समर्थन की जरूरत है. भाजपा के पास 106 विधायक हैं. कांग्रेस के 92 और सपा, बसपा व निर्दलीय विधायकों के समर्थन से यह आंकड़ा 99 तक ही पहुंचता है. ऐसे में सदन में बीजेपी को बहुमत मिलता दिख रहा है.