शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सेंट फ्रांसिस स्कूल में आज मप्र राज्य बाल आयोग की टीम ने छापेमार कार्रवाई की। इस कार्रवाई से स्कूल प्रबंधन में हड़कंप मच गया। स्कूल में अनियमितता उजागर हुई है। जब टीम जांच करने पहुंची तो 15 कमरे पर्सनल रहने के लिए इस्तेमाल करते पाया गया। इतना ही नहीं स्कूल में मास भी मिला है। स्कूल प्रबंधन ने बाकी कमरों की जांच करने से रोक दिया। प्रशासनिक दखल के बाद भी पूरी कार्रवाई नहीं हो सकी। आयोग ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
दरअसल यह पूरा मामला भोपाल के जहांगीराबाद स्थित सेंट फ्रांसिस स्कूल का है, जहां बाल आयोग को स्कूल में फीस जमा नहीं करने पर छात्रों को फेल करने की शिकायत मिली थी। जिस पर बुधवार को छापेमार कार्रवाई की गई। मप्र बाल आयोग की टीम सेंट फ्रांसिस स्कूल में जांच करने पहुंची, स्कूल प्रबंधन ने स्कूल के 4 कमरों को चेक करने से मना कर दिया। मामला बढ़ने के बाद जहांगीराबाद पुलिस और जिला शिक्षा अधिकारियों की टीम के साथ एसडीएम भी मौके पर पहुंच गए।
मप्र बाल आयोग की इस दबिश के बाद सेंट फ्रांसिस स्कूल में भारी अनियमितताएं उजागर हुई है। स्कूल के 15 कमरों का रहने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। इसके साथ ही स्कूल परिसर में बाल आयोग को मास भी मिला है। इतना सब होने के बावजूद प्रशासन के अमले की मौजूदगी में भी बाल आयोग को कार्रवाई नहीं करने दिया गया।
राज्य बाल आयोग की सदस्य निवेदिता शर्मा ने कहा कि बिना अनुमति के स्कूल में कई अनजान लोग रह रहे हैं। स्कूल के फादर और अन्य लोग जांच करने नहीं दे रहे थे। फीस जमा न करने पर छात्रों को फेल किया जा रहा था। उन्होंने आगे कहा कि एसडीएम और पुलिस को भी कमरों के दरवाजे नहीं खोलने दिए गए। स्कूल के खिलाफ बाल आयोग ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए है।
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