भोपाल। मध्यप्रदेश में व्यापामं परीक्षाओं में गड़बड़ी और घोटाले के आरोप लगने का सिलसिला अभी भी जारी है। मध्यप्रदेश में हुई पटवारी की परीक्षा में कांग्रेस ने गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने ग्रुप 2 सब ग्रुप 4 के रिजल्ट पर सवाल उठाते हुए गड़बड़ी का आरोप लगाया हैं। उन्होंने कहा कि व्यापमं का नाम बदलने से घोटाले बंद नहीं होते, कार्रवाई करनी पड़ेगी।

केंद्रीय मंत्री अरुण यादव का बयान

कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने कहा कि प्रदेश में व्यापामं का नाम बदलकर भले ही मप्र कर्मचारी चयन मंडल भोपाल ही क्यों न हो गया हो, पर परीक्षाओं में गड़बड़ी और घोटाले के आरोप लगने का सिलसिला लगातार जारी है। हाल में आया मामला एमपी पटवारी भर्ती हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस नेता अरुण यादव ने पटवारी ने भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। एक बार फिर उन्होंने व्यापमं में घोटाले की आशंका जताते हुए पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।

MP मेडिकल यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार के खिलाफ वारंट जारी: मानवाधिकार आयोग ने 18 जुलाई तक मांगा जवाब, ये है पूरा मामला

पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने ग्रुप 2 सब ग्रुप 4 के रिजल्ट पर सवाल उठाए हैं। इसके साथ ही उन्होंने पटवारी और अन्य भर्ती के पदों पर गड़बड़ी के आरोप लगाए है। इसके साथ ही उन्होंने टॉपर की लिस्ट जारी कर सबल पूछा सवाल हैं कि, 10 में से 7 टॉपर ग्वालियर के NRI कॉलेज के कैसे आए। इसके साथ ही उन्होंने ने कहा हैं कि, टॉपर छात्रों नेहस्ताक्षर हिंदी में किए है और उन्हीं टॉपर छात्रों को इंग्लिश में 25 से 25 नंबर आए हैं। वहीं मंत्री अरुण यादव ने बताया कि NRI कॉलेज मे जिन अभ्यर्थी का सेंटर आया उनमें एक हजार चयनित हुए। तो पूरे प्रदेश मे 9 हजार अभियार्थी चयनित हुए हैं जिसमें से 1 हजार NRI कॉलेज के हैं।

MP के तीर्थयात्री लेह मनाली बॉर्डर पर फंसे: लैंडस्लाइड और बर्फबारी से रास्ता बंद, तीन दिन से फंसे यात्रियों ने वीडियो जारी लगाई मदद की गुहार

पहले भी अरुण यादव ने लगाया था आरोप

इससे पहले भी पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने अपने बयान में कहा था कि, मध्यप्रदेश में पटवारी परीक्षा हो रही है, परीक्षा के परिणाम भी आ चुके हैं। इन परीक्षा से जुड़ी एक बड़ी चौंकाने वाली बात सामने आई है कि, ग्वालियर के एक निजी कॉलेज के कई बच्चे मेरिट लिस्ट में आए हैं।

सतपुड़ा भवन स्ट्रक्चर की अलग से होगी जांच: बिल्डिंग का दोबारा उपयोग किया जा सकता है या नहीं ? नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी को दी जिम्मेदारी

इसके साथ ही अरुण यादव ने कहा कि, मध्यप्रदेश में जिस तरह से व्यापमं का घोटाला सामने आया था। उसके बाद ग्राम सेवक की परीक्षा प्रदेश में हुई थी उसमें भी महा घोटाला हुआ था। अब एक बार फिर सरकारी परीक्षा में बड़ा घोटाला देखने को मिला हैं। जिस कॉलेज के बच्चों ने टॉप किया हैं वो भारतीय जनता पार्टी के संबंधित कार्यकर्ता का कॉलेज है।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus