शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज के एक और छात्र ने सुसाइड करने की कोशिश की है। युवक एमबीबीएस की पढ़ाई करने के बाद हमीदिया अस्पताल में इंटर्नशिप कर रहा था। हाल ही में गांधी मेडिकल कॉलेज की जूनियर डॉक्टर सरस्वती बाला ने सुसाइड कर ली थी। जिस मामले को लेकर जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर है।

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भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज के एक और जूनियर डॉक्टर ने सुसाइड करने की कोशिश की। बीते कुछ वक्त से वो डिप्रेशन में था। मिली जानकारी के अनुसार युवक का नाम कार्तिक है, उसका एमबीबीएस कंप्लीट हो चुका है और वो हमीदिया अस्पताल में इंटर्नशिप कर रहा था। वहीं कार्तिक की छोटी बहन जीएमसी में एमबीबीएस स्टूडेंट है। साइकेट्रिस्ट कार्तिक की मनोस्थिति का इलाज कर रहे थे। दवाइयों की ओवरडोज के कारण कार्तिक की हालत बिगड़ गई। फिलहाल हमीदिया अस्पताल में जूनियर डॉक्टर का इलाज चल रहा है।

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2 दिन पहले ही गांधी मेडिकल कॉलेज से गायनोलॉजिस्ट डिपार्टमेंट में पीजी कर रही छात्रा सरस्वती बाला ने सुसाइड कर लिया था। सरस्वती के परिजनों ने कॉलेज की तीन महिला शिक्षकों पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके साथ ही ताने मारने और 36 घंटे तक काम कराने के भी आरोपों का जिक्र किया था। जूनियर डॉक्टर द्वारा आत्महत्या और उच्च अधिकारियों पर प्रताड़ना के आरोप के बाद कॉलेज के डीन को पद से हटाया दिया गया है। यह मामला अभी शांत नहीं हुआ है और दूसरा मामला सामने आ जाने से अस्पताल प्रबंधन की मुश्किल बड़ गई है।

गांधी मेडिकल कॉलेज पर कई जूनियर डॉक्टोरो ने 36 घंटे तक ड्यूटी कराई जाने के साथ काम को लेकर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे। दूसरी ओर सरस्वती के सुसाइड नोट में महिला चिकित्सकों द्वारा दी जाने वाली प्रताड़ना का भी जिक्र किया गया था। बाला सरस्वती के आत्महत्या करने के बाद जूनियर डॉक्टर्स ने काम बंद कर अपनी कई मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे है।

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