सुधीर दंडोतिया, भोपाल। मध्य प्रदेश में चयनित ओबीसी वर्ग 3 शिक्षकों का प्रदर्शन जारी है। इसी के चलते बीजेपी कार्यालय के गेट के सामने चयनित शिक्षक धरने पर बैठे है। ओबीसी वर्ग के 882 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है।

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बीजेपी कार्यालय के गेट के सामने धरने पर बैठे चयनित शिक्षक के कारण दफ्तर का मेन गेट बंद किया गया है। वहीं भारी पुलिस बल मौके पर मौजूद है। लाभार्थियों का आरोप है कि प्राथमिक शिक्षक के 7500 पदों पर नियुक्ति के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू हुई। प्रथम काउंसलिंग जिलेवार आरक्षण के अनुसार ही पूरी की गई।

वहीं द्वितीय काउंसलिंग में अभ्यर्थियों ने दस्तावेज सत्यापन के बाद अंतिम चयन सूची में स्थान प्राप्त किया और जिसके तहत विभाग द्वारा जिला आवंटन भी किया गया लेकिन 10 अगस्त को जारी आदेश में अंतिम चरण सूची में स्थान प्राप्त करने वाले 6380 में से मात्र 5498 अभ्यर्थियों के आदेश ही जारी किए गए।

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882 अभ्यर्थियों के आदेश बिना किसी स्पष्टीकरण के रोक दिए गए। अभ्यर्थियों का कहना है कि उन्हें अधिकारी बता रहे हैं कि आरक्षण संबंधित याचिकाएं उच्च न्यायालय में प्रक्रियाधीन है। जबकि वर्ग 3 का आरक्षण संबंधित प्रकरण न्यायालय में दर्ज ही नहीं है।

वहीं पीसीसी चीफ कमलनाथ ने प्रदर्शन को लेकर सरकार पर तंज कसते हुए ट्वीट किया है। कमलनाथ ने लिखा प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार युवाओं के लिए अभिशाप बन गई है। प्राथमिक शिक्षक भर्ती के ओबीसी वर्ग के सैकड़ों अभ्यर्थी अपने साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं।
इन अभ्यर्थियों के साथ मेरी पूरी सद्भावना है। मैं मुख्यमंत्री से निवेदन करता हूं कि हर रोज सरकार का करोड़ों रुपया खर्च करके आप झूठी घोषणाओं का तमाशा करते हैं। एक दिन अपने अंतःकरण पर हाथ रखकर सत्य बोलिए और इन अभ्यर्थियों के साथ न्याय करिए।

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