शिखिल ब्यौहार, भोपाल। मध्य प्रदेश में चुनावी शंखनाद हो गया है और चुनाव आयोग ने मतदान से लेकर नतीजे की तारीखों का ऐलान कर दिया है। 17 नवंबर के लक्ष्य को निर्धारित करते हुए भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस जैसे बड़े दलों से लेकर सभी क्षेत्रीय और प्रांतीय दलों ने कमर कस ली है। इस विधानसभा चुनाव में एक तरफ जहां बीजेपी प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज कर प्रदेश में एक बार फिर सरकार बनाने का प्रयास कर रही है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी राजस्थान, छत्तीसगढ़ में कुर्सी बचाने और मध्य प्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम में सरकार बनाने की जद्दोजहद कर रही है। वहीं इसी चुनावी महासंग्राम के बीच मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता के. के. मिश्रा ने दो बार से एक्सटेंशन लेकर बैठे मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस को हटाने के लिए निर्वाचन आयोग से शिकायत की है। कांग्रेस नेता ने उन्हें सीएम शिवराज का करीबी बताया है।
मध्य प्रदेश में चुनावी संग्राम के बीच कांग्रेस नेता के. के. मिश्रा का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (X) पर किया गया ट्वीट अब चर्चा में है। मिश्रा ने (X) पर लिखा – मध्यप्रदेश में निष्पक्ष और पारदर्शिता के साथ चुनाव कराने के लिए दो बार से एक्सटेंशन लेकर बैठे मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस को निर्वाचन आयोग, भारत सरकार को तत्काल प्रभाव से अपने पद से हटाना चाहिए। इनके रहते निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकेंगे।
मिश्रा ने इस बात की जताई आशंका
उन्होंने आगे लिखा, भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा 2 जून 2023 को विधानसभा चुनाव के दिशा निर्देशों को लेकर लिखे पत्र के सातवें बिंदु में स्पष्ट तौर पर निर्देश दिए गए हैं कि चुनाव संबन्धी कार्यों में संविदा या एक्सटेन्शन वाले किसी भी अधिकारी कर्मचारी को नहीं लगाया जाये। बैस सीएम शिवराज सिंह के बेहद करीबी अधिकारी हैं और उनके साथ लगातार कई वर्षों से काम कर रहें हैं। वे मुख्यमंत्री जी के सचिव और प्रमुख सचिव भी रहें हैं। बैंस प्रदेश के जिलों के कलेक्टर की गोपनीय चरित्रावली यानी CR भी लिखेंगे। इस वज़ह से वे कलेक्टर्स बैंस के इशारे पर भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में ही काम करेंगे। बैंस के इशारे पर काम नहीं करने के कारण वे कई IAS अधिकारियों की सीआर खराब करने के कई उदाहरण सामने आ चुके हैं! भाजपा के पक्ष में काम नहीं करने पर वे कलेक्टरों की CR खराब कर देंगे,इस बात की पूरी आशंका है?
*मध्यप्रदेश में निष्पक्ष और पारदर्शिता के साथ चुनाव कराने के लिए दो बार से एक्सटेंशन लेकर बैठे मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस को निर्वाचन आयोग, भारत सरकार को तत्काल प्रभाव से अपने पद से हटाना चाहिए। इनके रहते निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकेंगे*?
— KK Mishra (@KKMishraINC) October 10, 2023
*भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा 2 जून 2023 को… pic.twitter.com/S3b8v3INPT
सरकार द्वारा य़ह भी पक्ष दिया जाता रहा है कि मुख्य सचिव की विधानसभा चुनाव में कोई भूमिका नहीं होती है लेकिन यदि उनकी भूमिका नहीं होती तो भारत निर्वाचन आयोग प्रदेश सरकार के साथ होने वाले सारे पत्राचार मुख्य सचिव के साथ नहीं करता। मौजूदा मुख्य सचिव ने अपने बेटे अमनबीर सिंह को भी बैतूल जिले का कलेक्टर लगभग पौने तीन साल से बनाया हुआ है। उन्हें भी तत्काल जिले से हटाया जाना चाहिए,ताकि आयोग की मंशा के अनुरूप निष्पक्ष और निर्भीक मतदान हो सके।
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