रुझानों के मुताबिक अभी तक किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत के आसार नहीं दिख रहे हैं.
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे का मुकाबला जारी है. रुझानों के मुताबिक अभी तक किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत के आसार नहीं दिख रहे हैं. ऐसे में सत्ता की चाबी बीएसपी समेत उन छोटे दलों के हाथों में आ गई है जिनके समर्थन के बिना किसी भी दल की सरकार नहीं बनेगी. इस बीच बड़ी खबर आ रही है कि कांग्रेस ने सपा और बसपा से सरकार बनाने के लिए समर्थन मांगा है. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सपा और बसपा के संपर्क में हैं. इस बीच मायावती ने अपने बढ़त लेने वाले प्रत्याशियों को दिल्ली बुलाया है.
सूत्रों के मुताबिक मध्य प्रदेश में सरकार बनाने को लेकर सपा-बसपा की बातचीत जारी है. कहा जा रहा है कि मध्य प्रदेश को लेकर एसपी-बीएसपी एक साथ फैसला लेंगे. मध्य प्रदेश में बीएसपी 4, समाजवादी पार्टी 1 और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) 2 सीटों पर आगे है. मध्य प्रदेश में सपा और गोंडवाना पार्टी ने चुनाव से पहले गठबंधन किया था लेकिन बाद में यह टूट गया. हालांकि सूत्रों का यह भी कहना है कि सपा-बसपा और जीजीपी ने बीजेपी को समर्थन देने से इनकार कर दिया है. ऐसे में इनके कांग्रेस को समर्थन देने की संभावना है.
इस बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से बातचीत की है. उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामलाल से भी फोन पर बात की है. इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी शाम तक प्रेस कांफ्रेंस कर सकते हैं. इसके साथ ही एक बड़ी खबर यह भी आ रही है कि 16 दिसंबर को सिलीगुड़ी में पीएम मोदी की प्रस्तावित रैली टल गई है.