कर्ण मिश्रा,ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले में चाइल्ड लाइन पर हुई शिकायत पर सामूहिक विवाह सम्मेलन में एक बाल विवाह होने से रोक लिया गया. CWC और महिला बाल विकास की टीम ने मौके पर पहुंचकर यह शादी रुकवाई. दस्तावेजों की जांच में दूल्हा 19 साल का नाबालिग मिला, तो वही दुल्हन की उम्र पर भी CWC ने संदेह जाहिर किया हैं. बाल कल्याण समिति की रिपोर्ट पर सम्मेलन कराने वाले आयोजक के खिलाफ एक्शन की तैयारी है.

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दरअसल कलेक्टर जनसुनवाई में मंगलवार को भीम नगर में रहने वाले राहुल नाम के एक समाजसेवी युवक ने शिकायत की थी. जिसमें कहा कि मुरार टप्पा तहसील के सामने बने बंगले के प्रांगण में अमर राज शिक्षा कल्याण समिति के संचालक बल्लू पारासर और उनके सहयोगियों के द्वारा 5 जोड़ों की शादी करवाई जा रही है. जिनमें से मुरार घासमंडी में रहने वाली एक लड़की नाबालिग है. युवक द्वारा की गई शिकायत को तुरंत गंभीरता से लिया गया.

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महिला बाल विकास की टीम पुलिस के साथ विवाह स्थल पर पहुंची और संबंधित दुल्हन और उसके परिजनों से उसके उम्र संबंधी दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए कहा, लेकिन जो भी साक्ष्य दिए गए वह महिला बाल विकास की टीम को नाकाफी लगे. जिसके बाद दूल्हा और दुल्हन दोनों को सीडब्ल्यूसी के कार्यालय में ले जाया गया है. जहां से संबंधित दुल्हन के उम्र संबंधी जांच करने की कार्रवाई की जाएगी. वही दस्तावेजों में दूल्हा 19 साल का नाबालिग पाया गया है. ऐसे में विवाह को रोकते हुए दोषियों पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.

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