हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्यप्रदेश कि आर्थिक राजधानी इंदौर में पुलिस की जादूगरी लगातार सामने आ रही है। जिसमें लोगों के साथ हो रही मोबाइल लूट की घटना में पुलिस आरोपियों को सजा में फायदा देती हुई नजर आ रही है। पुलिस और आरोपियों की यह सांठगांठ क्या है इस पर एक बड़ा सवाल खड़ा होता है।

इंदौर में मोबाइल चोरी की घटना बढ़ते जा रही है। वहीं पुलिस मामला दर्ज कर आरोपियों को सजा में फायदा देती हुई नजर आ रही है। पुलिस और आरोपियों की यह सांठगांठ को लेकर अब चर्चा होने लगी है। दरअसल एएसआई व्यस्त मौर्य के साथ दो महीने पहले मोबाइल लूट की घटना डीआरपी पुलिस लाइन के बाहर हुई थी, इस मामले में भी पुलिस ने चोरी का मामला दर्ज कर रफा दफा कर दिया। लेकिन 2 महीने बाद जब एएसआई को उसका मोबाइल मिला तो उसके चेहरे पर खुशी तो जरूर नजर आई लेकिन उसने यह भी खुलासा किया कि वह जब फोन पर बात करता हुआ टहल रहा था इस दौरान पीछे से बाइक सवार आरोपी ने उसका मोबाइल छीन लिया।

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उन्होंने ने बताया कि इस पूरे मामले में जैसे ही एमजी रोड थाने में शिकायत दर्ज करने पहुंचे तो पुलिस ने चोरी की शिकायत दर्ज की या नहीं ये वे जानें। लेकिन मामला लूट का बनता है आरोपियों के बारे में पूछने में भी नहीं बताया कि आरोपी कौन है किसने मेरे साथ लूट की थी ऐसे में जब पुलिसकर्मी के साथ ही पुलिस इस तरह की जादूगरी करती नजर आ रही है तो फिर आम लोगों के साथ क्या होता होगा यह इस घटना से समझा जा सकता है।

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