हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में पर्यावरण संरक्षण के लिए 22 सितंबर को नो कार डे घोषित किया गया है। इंदौर कलेक्टर इलैयाराजा टी ने प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी और नगर निगम में आने वाले सभी कर्मचारियों से पब्लिक ट्रांसपोर्ट या फिर बाइसिकल का इस्तेमाल कर अपने गंतव्य तक पहुंचने का आग्रह किया हैं। इंदौर में पर्यावरण संरक्षण के लिए 22 सितंबर को नो-कार डे मनाया जाएगा। निगम और जिला प्रशासन ने हर वर्ग से अपील है कि वे एक दिन चार पहिया वाहन का उपयोग न करके साइकिल का इस्तमाल करें।

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इसे मामले को लेकर सोमवार को महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने सिटी बस ऑफिस में बैठक की। उन्होंने कहा- चार पहिया वाहन के स्थान पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट लाेक परिवहन, बस, साइकिल या फिर बाइक का उपयोग कर अभियान को सफल बनाएं।

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बता दें कि, स्वच्छता में नंबर वन होने के साथ साथ वायु गुणवत्ता में भी इंदौर ने पहली रैंकिंग हासिल की है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि जरूरी है कि हम सब पर्यावरण संरक्षण पर जोर दें। बैठक में अपर आयुक्त मनोज पाठक, अधीक्षण यंत्री महेश शर्मा, प्रताप नायर आदि मौजूद थे।

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