नीलम राज शर्मा, पन्ना। मध्यप्रदेश में घूसखोरी थमने का नाम नहीं ले रही है। आए दिन किसी न किसी सरकारी विभाग के अधिकारी-कर्मचारी घूस लेते पकड़े जा रहे हैं। ताजा मामला पन्ना जिले से आया है। जहां लोकायुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए लोक निर्माण विभाग के उपयंत्री को 7 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।

जानकारी के मुताबिक, लोक निर्माण विभाग के उपयंत्री मनोज रिछारिया ने 11 करोड़ की सड़क निर्माण के 40 लाख के भुगतान के एवज ठेकेदार भरत मिलन पाण्डेय से 7 लाख रुपये रिश्वत मांगी थी। ठेकेदार ने इसकी शिकायत सागर लोकायुक्त से की।

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जांच में शिकायत सही पाए जाने के बाद लोकायुक्त की टीम ने रिश्वतखोर उपयंत्री को रंगे हाथों दबोचने के लिए जाल बिछाया। जिसमें वह फंसता गया और बुधवार को पन्ना लोक निर्माण विभाग कार्यालय में उपयंत्री को ठेकेदार से 1 लाख रुपये नगद और 6 लाख का चेक रिश्वत के रूप में लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया। उपयंत्री को गिरफ्तार कर भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है।

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बताया गया कि उपयंत्री मनोज रिछारिया पन्ना लोक निर्माण विभाग में लंबे समय से जमे थे। जिनके भ्रष्टाचार की शिकायतों की सूची काफी लंबी है। अब तक यह शासन-प्रशासन को चकमा देकर कार्रवाई से बचते रहे, लेकिन आज लोकायुक्त की टीम से नहीं बच सके।

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