रायपुर. मध्यप्रदेश में संविलियन की मांग कर रहे अध्यापकों को स्कूल शिक्षा मंत्री ने संविलियन का पुख्ता आश्वासन दिया है. मप्र स्कूल शिक्षामंत्री स्वयं सभास्थल में आकर दावा किया कि आगामी 29 मई के कैबिनेट में अध्यापकों का संविलियन कर लिया जाएगा तथा 4 जून तक मप्र के सभी अध्यापकों का शिक्षाविभाग में संविलियन आदेश हो जाएगा। जिसको देखते हुए वहां के अध्यापकों ने अपना आंदोलन 4 जून तक के लिए स्थगित कर दिया है. इधर छत्तीसगढ़ में भी कल मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षाकर्मियों के संविलियन को लेकर हल निकाल लिया गया है, जल्द इसको लेकर मुख्य सचिव ऐलान करेंगे. इस तरह मप्र और छग दोनो प्रदेशों में शिक्षाकर्मियों के दृष्टिकोण से कल का दिन विशेष रहा.
मप्र में संविलियन को निर्णायक स्थिति में पहुचते देख छग के समस्त शिक्षाकर्मियों में आशा की लहर दौड़ पड़ी है,किन्तु यहाँ शासन के टालमटोल रवैय्ये से उनके मन मे काफी आक्रोश भी पनप रहा है। इस बीच शिक्षक पँ ननि मोर्चा के प्रांतीय संचालको विरेंद्र दुबे, संजय शर्मा, केदार जैन, चन्द्रदेवराय और विकास राजपूत ने प्रदेश के शिक्षाकर्मियों से आह्वान किया है कि- “हमारे मप्र के अध्यापक साथियों ने अपनी मंजिल को पुख्ता कर लिया है अब हमारी बारी है.” 26 मई संविलियन संकल्प सभा हेतु पूरे समाज के विभिन्न वर्गों से समर्थन के लिए किए गए विभिन्न कार्य को अच्छा प्रतिसाद प्राप्त हो रहा है,
प्रांतीय उपसंचालक धर्मेश शर्मा और जितेन्द्र शर्मा ने कहा कि- “छग में अब विलम्ब करने का कोई कारण नही बनता,पर्याप्त से अधिक समय कमेटी ले चुकी है, सभी दौरे समाप्त हो गया,मप्र ने संविलियन आदेश की तिथि भी घोषित कर दी है, अब छग की बारी है,सभी जगहों का अध्ययन होने से उम्मीद करते हैं छग में सबसे अच्छा संविलियन पॉलिसी लाते हुए समस्त शिक्षाकर्मियों का वेतन विसंगति सुधारते हुए क्रमोन्नति सह संविलियन देकर उच्चतम आदर्श जल्द प्रस्तुत करे”