अजय शर्मा,भोपाल। मध्य प्रदेश के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव बीजेपी और कांग्रेस दोनों दल वंशवाद की राजनीति से परेशान बताए जा रहे हैं. कांग्रेस के अंदर भले ही वंशवाद को लेकर आवाज ना उठ रही हो, लेकिन बीजेपी आलाकमान तमाम नेता पुत्रों को लेकर को लेकर स्थिति साफ कर चुकी है. इस पर तमाम बीजेपी के दिग्गज नेताओं को भी ताकीद कर दिया गया है.

सबसे ज्यादा परेशानी बीजेपी को अपने ही नेता पुत्रों और नेताओं के परिजनों झेलनी पड़ रही है. पार्टी के अंदर भले ही पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा कुछ दिन पूर्व एमपी दौरे के दौरान वंशवाद की राजनीति और निकाय चुनाव में वंशवाद की राजनीति दूर रहने की नसीहत सार्वजनिक रूप से दे गए हो, लेकिन बीजेपी के मंत्री और विधायकों पर उनकी नसीहत का कोई असर होता नहीं दिख रहा है.

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ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि जब विधायक मंत्री ही पंचायत चुनाव में जेपी नड्डा की वंशवाद को लेकर नसीहत नहीं मान रहे हैं, तो फिर निकाय चुनाव में बीजेपी वंशवाद की राजनीति से अपनी चुनावी वैतरणी को कैसे पार लगाएगी. प्रदेश के 1 दर्जन से ज्यादा ऐसे मंत्री और विधायक हैं जो अपने बेटा, बहू, बहन, भाई, भाभी, भतीजे को चुनाव जिताने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे है, तो सालों से संगठन के लिए चप्पल घिस रहे कार्यकर्ताओं को भी पंचायत चुनाव में अपने नेताओं के परिवार प्रेम की वजह से पसीना आ रहा है. स्थानीय स्तर पर नेताओ के परिजनों का पंचायत चुनाव में भाग्य आजमाने पर सामान्य कार्यकर्ता सवाल उठ रहे है.

वन मंत्री के बेटे ने भी दिखाया दम

प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह के बेटे दिव्यादित्य शाह, खंडवा जिला पंचायत के वार्ड नंबर 14 से भाग्य आजमा रहे है. बेटे के चुनावी मैदान में उतरने पर मंत्री विजय शाह ने दो टूक कहा मंत्री का बेटा होना कोई अपराध थोड़े हैं और चुनाव नहीं लड़ेगा तो क्या करेगा.

दिव्यादित्य शाह

उमा के भाई की बहू चुनाव लड़ रहीं

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के भाई की बहू उमिता सिंह पंचायत चुना में अपना भाग्य आजमा रही है. टीकमगढ़ से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रही, उमिता सिंह उमा भारती के भतीजे और बीजेपी विधायक राहुल सिंह लोधी की पत्नी हैं, वे जिला पंचायत के वार्ड नंबर 8 से मैदान में हैं. पति राहुल लोधी खरगापुर से विधायक हैं.

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उमिता सिंह

राज्य मंत्री की बहू भी डटी

राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल की बहू तारा पटेल ने भी सतना जिले से जिला पंचायत सदस्य के लिए नामांकन भरा है, रामखेलावन पटैल की माने तो ये चुनाव पार्टी सिंबल ओर नही है और बहू लड़ रही है तो फायदा पार्टी को ही होगा.

तारा पटेल

विधानसभा अध्यक्ष के पुत्र भतीजे

विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के पुत्र राहुल गौतम ने रीवा जिला पंचायत के वार्ड 27 से और उनके भतीजे पद्मेश गौतम ने भी इसी वार्ड से नामांकन पत्र भरे है। दोनों ही चुनावी मैदान में डटे हुए है और अपना सियासी आगाज करने जा रहे है.

पूर्व विधायक के IPS पति भी मैदान में

गुना की चाचौड़ा से बीजेपी विधायक रहीं ममता मीणा और उनके रिटायर IPS पति रघुवीर सिंह मीणा भी चुनावी मैदान मैं अपना भाग्य आजमा रहे हैं. मीणा ने पंचायत चुनाव के माध्यम से सियासत में एंट्री मारी है और चाचौड़ा के वार्ड 16 से पंचायत सदस्य के किस्मत आजमा रहे हैं.

पूर्व मंत्री के पुत्र मैदान में

सतना के रेगांव से पूर्व मंत्री जुगल किशोर बागरी के पुत्र पुष्पराज बागरी भी पंचायत चुनाव के मैदान में डटे हुए है. वहीं पूर्व मंत्री की बहू वंदना भी मैदान में है.

पुष्पराज बागरी

बीजेपी नेता, पूर्व राज्यपाल की पौत्रवधु मैदान में

पंचायत चुनाव में एमपी के पूर्व राज्यपाल रामनरेश यादव की पौत्रवधु रोशनी यादव भी चुनावी मैदान अपना भाग्य आजमा रही है. यादव निवाड़ी के वार्ड नंबर 6 से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रही हैं, बीजेपी  जिला उपाध्यक्ष भी हैं.

रोशनी यादव

चुनावी मैदान में डटी विधायक बहनें

टीकमगढ़ भाजपा विधायक राकेश गिरी की दो बहनें पंचायत चुनाव के मैदान में डटी है. विधायक राकेश गिरी की बहन कामिनी गिरी जनपद पंचायत की अध्यक्ष हैं और दूसरी बार मैदान में उतरी हैं, वार्ड 22 से चुनाव लड़ रही हैं, दूसरी तरफ उनकी बहन रानी गिरी वार्ड 13 से अपना भाग्य आजमा रही है.

विधायक अनिल की, पत्नी मैदान में

निवाड़ी बीजेपी विधायक अनिल जैन की पत्नी निरंजना जैन जनपद पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रही हैं।  निरंजना निवाड़ी जनपद पंचायत के वार्ड नंबर-5 से भाग्य आजमा रही हैं।

दो मंत्रियों के भाई भतीजे आमने- सामने

पंचायत चुनाव में बीजेपी नेताओं के परिजन भी आमने सामने हो रहे है. सबसे रोचक तस्वीर सागर जिले की राहतगढ़ से निकल कर सामने आई है. नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह के भतीजे अशोक सिंह और परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के बड़े भाई जय सिंह राजपूत के बीच मुकाबला सागर में.दोनों क़द्दावर मंत्री इस मामले का हल ढूंढने में लगे है.

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