टीकमगढ़. फिल्म विवाह में दुल्हन एनवक्त पर आग में उसका शरीर गंभीर रूप से झुलस जाता है और फिर सबको लगता है कि अब शादी नहीं होगी, मगर दूल्हा उसे उसी रूप में स्वीकार करता है. फिल्म विवाह जैसा ही मामला मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में हकीकत में सामने आया है.
- 15 मई को तय थी पूजा की शादी
हुआ यह कि टीकमगढ़ इमलाना गांव के रामसहाय झां की बेटी पूजा झा की 15 मई को बल्देवगढ़ के मिलन वाटिका में विवाह संपन्न होना था. चंदेरी के नजदीक सयावनी गांव निवासी मुन्नालाल झा के बेटे अखिलेश की बारात शाम को बल्देवगढ़ पहुंची. मिलन वाटिका में विवाह की तैयारी जोरों पर थी. बाराती भी डीजे पर बैंड बाजों पर बहुत नाच रहे थे. काफी खुशनुमा माहौल था.
- मामा की मौके पर ही हो गई मौत
बारात के स्वागत की तैयारियों के बीच एक फोन आया कि दुल्हन बड़ा मलहरा ब्यूटी पार्लर से लौट रही थी. रास्ते में वमनी तिराहे पर उसकी गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया, जिसमें दुल्हन का हाथ फैक्चर हो गया और दुल्हन के साथ मौजूद उसके मामा स्वामी विश्वकर्मा सुनवाहा की मौके पर ही मौत हो गई. यह सुनकर खुशियों के बीच मातम छा गया.
- रातभर दूल्हा बढ़ाता रहा दुल्हन का हौसला
उधर, सूचना पाकर पुलिस व परिजन एक्सीडेंट स्थल पर पहुंचे. बधा चौकी पुलिस ने मामा का शव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़ा मलहरा के मुर्दाघर में रखवाया और दुल्हन को बल्देवगढ़ के रास्ते टीकमगढ़ लाया गया, जहां दुल्हन को देव सुधा शिवालय में भर्ती कराया गया. वहीं जब दूल्हे और उसके परिजनों को इसकी जानकारी लगी तो वे सीधे टीकमगढ़ अस्पताल पहुंचे. दूल्हे ने रातभर उपचाराधीन दुल्हन का हौसला बढ़ाया और सुबह जब डॉक्टर ने दुल्हन की स्थिति सामान्य बताई तो परिजनों के साथ कुंडेश्वर में शिव धाम में विवाह रचाया.