प्रयागराज। मौनी अमावस्या पर प्रयागराज महाकुंभ में अचानक भगदड़ मच गई थी। जिसमें कई श्रद्धालुओं को अपनी जान गवानी पड़ी थी। महाकुंभ भगदड़ को लेकर सूत्रों के हवाले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जिसके मुताबिक साजिश के तहत भगदड़ करवाने की आशंका जताई जा रही है। STF की टीम साजिश के एंगल से जांच करने में जुटी हुई है। संगम नोज के आसपास सक्रिय फोन की जांच की जा रही है। घटना के बाद से कई मोबाइल फोन बंद है। सूत्रों की मानें, तो 120 संदिग्ध चेहरों की AI तकनीक से पहचान की गई है।
भगदड़ के लिए न्यायिक जांच आयोग का गठन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ भगदड़ के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है। पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार इस आयोग के अध्यक्ष है। जबकि पूर्व डीजी वी.के. गुप्ता और रिटायर्ड आईएएस डी.के. सिंह को आयोग में शामिल किया गया है। न्यायिक कमेटी हर एंगल से भगदड़ को लेकर जांच पड़ताल कर रही है। उन्होंने अधिकारियों से महाकुंभ की तैयारियों और सुरक्षा इंतजाम को लेकर सवाल पूछा तो वे किसी भी सवाल का सटिक जवाब नहीं दे पाए। महाकुंभ भगदड़ को लेकर लगातार विपक्ष सरकार को घेर रही है। राहुल गांधी, अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल जैसे तमाम बड़े नेताओं ने इसे योगी सरकार की लापरवाही करार दिया है।
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बता दें कि महाकुंभ क्षेत्र में बीते मंगलवार रात करीब 2 बजे अचानक भगदड़ मच गई थी। जिसमें 30 लोगों की मृत्यु हुई है। 36 से ज्यादा घायलों का प्रयागराज में उपचार चल रहा है। शेष घायलों को उनके परिवार से सदस्य लेकर चले गए हैं। मरने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हो सकता है। अभी भी मेला क्षेत्र में कई लोग स्वजनों को खोज रहे हैं। जिनका कोई पता नहीं चल रहा है। प्रशासन लगातार राहत बचाव कार्य चला रहा है। मौके पर भारी पुलिस और सुरक्षा बल तैनात है।
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