प्रयागराज. महाकुंभ में समाजवादी पार्टी के संस्थापक और पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव की मूर्ति स्थापित की गई है, जो लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गई है. मेले में आए श्रद्धालु प्रतिमा को देखने के लिए स्मृति सेवा संस्थान के टेंट में पहुंच रहे हैं. जिसकी लोग पूजा तक कर रहे हैं. जिसका कई साधु-संतों ने खुलकर विरोध किया. हालांकि, कुछ साधु-संतों ने इसका समर्थन भी किया है.
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बता दें कि महाकुंभ क्षेत्र के सेक्टर 16 में श्रद्धा मुलायम सिंह यादव स्मृति सेवा संस्थान के नाम से सपा नेताओं ने कैंप आवंटित कराया है. जहां पूर्व सीएम मुलायम सिंह की 3 फीट ऊंची मूर्ति लगाई गई है. पार्टी के नेताओं ने महाकुंभ शुरू होने से एक दिन पहले मूर्ति में फूल-माला चढ़ाकर नमन किया था. जिसको लेकर सपा कार्यकर्ताओं का कहना था कि उन्होंने भगवान की तरह दलितों-पिछड़ों और गरीबों के लिए बहुत कुछ किया है. इसलिए हमारे लिए वे देवी-देवता से कम नहीं हैं.
महंत राजू दास ने प्रतिमा को लेकर की थी विवादित टिप्पणी
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था. जिसमें अखिलेश यादव ने मुलायम सिंह यादव की प्रतिमा की फोटो पोस्ट करते हुए लिखा, “अगर आप कुंभ मेले में जा रहे हैं तो इस देश के पीडीए के भगवान के दर्शन जरूर करें.” इसी पोस्ट पर हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने विवादित पोस्ट लिखते हुए स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव के लिए कठमुल्ला शब्द का प्रयोग कर विवादित भाषा का इस्तेमाल किया था. जिसको लेकर अब बवाल मच रहा है.
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