प्रयागराज. महाकुंभ क्षेत्र में मची भगदड़ में मृतकों की संख्या सरकार की तरफ से हादसे के कई घंटों बाद जारी कर दिया गया है. डीआईजी वैभव कृष्ण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी देते हुए बताया कि, मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हुई. 60 लोग घायल हैं, जिनमें से 19 गंभीर रूप से घायल है. सभी घायलों का इलाज जारी है. भगदड़ के बाद कुल 90 लोगों को अस्पताल ले जाया गया था. मरने वालों में 25 लोगों की पहचान की जा चुकी है. 5 की पहचान की जा रही है. घटना की वजह बैरिकेड्स के टूटने को बताया है. कोई VVIP मूवमेंट नहीं था. आगामी बड़े पर्व या स्नान पर कोई VVIP मूवमेंट नहीं होगा. हालांकि, इस दौरान अधिकारी मीडिया के सवालों से बचते नजर आए. विजय किरण आनंद बिना जवाब दिए निकल गए. प्रशासन की लापरवाही पर श्रद्धालुओं में आक्रोश देखने को मिल रहा है.

इसे भी पढ़ें- ‘इतने बड़े आयोजन में छोटी-मोटी घटनाएं हो जाती हैं,’ महाकुंभ भगदड़ पर योगी सरकार में मंत्री संजय निषाद का विवादित बयान

बता दें कि महाकुंभ क्षेत्र में बीती रात 2 बजे अचानक भगदड़ मच गई थी. जिसमें 15 लोगों की मौत की खबर है. हालांकि, इसकी अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. शुरुआती जानकारी के मुताबिक घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस और अन्य प्रशासनिक इकाइयां पहुंची और घायलों को अस्पताल ले जाया गया था.

इसे भी पढ़ें- कहानी कुंभ की… 71 साल पहले की तस्वीर हुई ताजा, भगदड़ में 1000 लोगों ने गवांई थी जान, 2013 में भी मची थी चीख-पुकार, फिर दोहराया इतिहास

प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की थी है कि वे शांतिपूर्वक मेले में भाग लें और संयम बनाए रखें. सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं. प्रशासन का कहना है कि इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए भीड़ नियंत्रण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है.

45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना

महाकुंभ में इस बार 45 करोड़ श्रद्धालुओं के पवित्र संगम में स्नान करने का अनुमान है. हर 12 साल बाद लगने वाले इस कुंभ में 144 साल बाद खास संयोग बन रहा है, क्योंकि अब तक 12 कुंभ पूरे हो चुके हैं. इसी वजह से इसे महाकुंभ कहा जा रहा है और इसमें आने वाला श्रद्धालुओं की संख्या पहले के किसी भी कुंभ से ज्यादा है. ऐसे में कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की गिनती के लिए यूपी सरकार ने हाईटेक उपकरणों का सहारा लिया है और इस बार AI बेस्ड कैमरे की मदद से लोगों की गिनती की जा रही है.