अलंकार तिवारी,अंबिकापुर. सरगुजा राजघराने के महाराज आज मनरेगा मजदूरों के बीच पहुंचे. जहां उन्होंने इन मजदूरों के साथ जमीन पर कुदाल चलाकर मिट्टी खोदी. उनके इस रूप को देख सभी दंग रहे गये. लेकिन इन ‘महाराज’ ने इस जमीन को मजदूरी पाने के लिए नहीं खोदा था. इन मनरेगा मजूदरों की समस्या को समझना चाहते थे.

ये ‘महाराज’ जानना चाहते थे कि जब कोई मजदूर तपती धूप में मेहनत करता है तो उसके पसीने का उसे क्या मोल मिलना चाहिए. और शायद इसी पसीने के मोल को आकने के लिए इस ‘महाराज’ ने मजदूरों के साथ खेत में कुदाल चलाई है. यह भी बताते चले कि ये ‘महाराज’ आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान अपनी पार्टी के घोषणा पत्र पर चर्चा के लिए इन मजदूरों के बीच पहुंचे थे और उनकी समस्याओं का सुना.

बतादें कि सरगुजा राजघराने के महाराज और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव कांग्रेस घोषणा पत्र कमेटी के चेयरमैन भी है. जो प्रदेश भर के सभी जिलों में घूमकर अलग अलग वर्ग के लोगों से घोषणा पत्र के लिए सुझाव मांग रहे है. इसी के मद्देनजर आज टीएस सिंहदेव सरगुजा जिले के अम्बिकापुर ब्लॉक के ग्राम नवाबन्ध मनरेगा मजदूरों के बीच पहुंचे थे.जहां उन्होंने मनरेगा मज़दूरों से बातचीत की एवं उनसे घोषणा पत्र के लिए सुझाव मांगे.

इस दौरान मनरेगा में काम कर रही महिलाओं ने टीएस सिंहदेव को बताया कि मिट्टी कड़ी होने की वजह से हाथों में छाले पड़ जाते है, मिट्टी के हिसाब से काम बहुत कम हो पाता है. जिसके बाद नेता प्रतिपक्ष खुद ही हाथ में कदाल उठाकर जमीन की मिट्टी खोदने लगे. जिसके बाद उन्हें यह आभास हो गया कि वकय में ऐसी सख्त मिट्टी को खोदना कितना कठिन है.

कुछ महिलाऐं गोदी में बच्चों को लेकर काम पर आई थी, जिन्हें देख टीएस सिंहदेव ने कहा कि सरकार को मजदूरों का दर्द समझना चाहिये. कई महिलाएं गोद में बच्चों को लेकर पहुंची थी, ऐसे में उन बच्चों के लिए झूलाघर की व्यवस्था सरकार को करनी चाहिये. जो कि प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा नहीं की जा रही है.

देखिये वीडियो- 

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