Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की राजनीति इस समय बदलाव के दौर से गुजर रही है। एक तरफ जहां ठाकरे बंधुओं (उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे) के साथ आने की चर्चा चल रही है। दोनों के बीच अंदर ही अंदर बातचीत भी चल रही है। इसी बीच एक और खबर खबर ने महाराष्ट्र पॉलीटिक्स में सनसनी मचा दी है। महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर से चाचा-भतीजा की जोड़ी (Uncle-nephew duo) शरद पवार और अजित पवार (Sharad Pawar and Ajit Pawar) दिख सकती है। दोनों राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के कार्यकर्ता इसकी चर्चा भी कर रहे हैं।
सोनम का डेंजरस इश्क: साजिश को प्यार समझता रहा राजा, जैसे-जैसे सोनम कहती गई चुपचाप करता गया, यहां पढ़े ‘क्राइम थ्रिलर प्यार’ की कंप्लीट स्टोरी
हालांकि शरद पवार की एनसीपी-एसपी के साथ आने की अटकलों पर अजित पवार ने कहा कि ऐसे फैसले शीर्ष नेतृत्व द्वारा लिए जाते हैं, न कि पार्टी कार्यकर्ताओं या कनिष्ठ नेताओं द्वारा। वहीं एनसीपी (एसपी) की सांसद सुप्रिया सुले ने भी हाल में चर्चा का विषय रहे इस मुद्दे पर कोई बयान देने से परहेज किया।
घर में घुसकर मारेंगेः एस जयशंकर ने पाकिस्तान को दी सख्त चेतावनी, बोले- ‘अबकी बार एयर स्ट्राइक नहीं…,’
बता दें कि शरद पवार द्वारा 26 साल पहले सह-स्थापित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी 2023 में विभाजित हो गई थी। उनके भतीजे अजित पवार महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना सरकार में शामिल हो गए थे। दोनों गुटों ने अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित करके पुणे में स्थापना दिवस मनाया। एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल होना ‘लोगों के कल्याण’ के लिए लिया गया एक सामूहिक निर्णय था, न कि यह अकेले अजित पवार का निर्णय था। अजित पवार वर्तमान में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री हैं।

सोनम का डेंजरस इश्क: साजिश को प्यार समझता रहा राजा, जैसे-जैसे सोनम कहती गई चुपचाप करता गया, यहां पढ़े ‘क्राइम थ्रिलर प्यार’ की कंप्लीट स्टोरी
एनडीए में शामिल होना सामूहिक निर्णय था- सुनील तटकरे
इधर तटकरे ने कहा, ‘‘यह कोई व्यक्तिगत निर्णय नहीं था. अजित पवार के नेतृत्व में एनडीए में शामिल होना सामूहिक निर्णय था. मैंने कई मौकों पर स्पष्ट किया है कि 2014 के बाद से कई मौके आए, जब पार्टी (तब अविभाजित) ने गठबंधन में शामिल होने का फैसला किया था। हम एनडीए में शामिल होने के कगार पर थे, लेकिन आखिरी समय में फैसला बदल गया। उन्होंने कहा कि 2023 में अजित पवार के नेतृत्व में पार्टी ने लोगों के कल्याण के लिए सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल होने का फैसला किया। तटकरे ने कहा, ‘‘हम अपनी धर्मनिरपेक्ष विचारधारा तथा छत्रपति शिवाजी महाराज, महात्मा फुले, डॉ बाबासाहेब आंबेडकर और शाहू महाराज की विचारधारा से समझौता किए बिना एनडीए में शामिल हुए। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह के नेतृत्व में पार्टी की यात्रा जारी रहेगी।
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: मास्टरमाइंड जीशान अख्तर कनाडा में गिरफ्तार, लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा है आरोपी
ऐसे फैसले शीर्ष नेतृत्व द्वारा लिए जाते हैं- अजित पवार
अविभाजित एनसीपी के 26वें स्थापना दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में अजित पवार ने एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के साथ फिर से जुड़ने की संभावना के बारे में कोई निश्चित बयान नहीं दिया और केवल इतना कहा कि ऐसे फैसले शीर्ष नेतृत्व द्वारा लिए जाते हैं, न कि पार्टी कार्यकर्ताओं या कनिष्ठ नेताओं द्वारा। उन्होंने बीजेपी के साथ हाथ मिलाने और राज्य सरकार का हिस्सा बनने के अपने फैसले को भी उचित ठहराया और कहा, ‘‘हम कोई संत नहीं हैं, जो विपक्ष में रहकर और विरोध करके संतुष्ट हो जाएं। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी लोगों के लिए काम करना चाहती है।
चीन बोला- थैंक्यू इंडियन नेवी! जहाज पर लगी आग, भारतीय नौसेना ने बचाई 22 क्रू मेंबर की जान तो गदगद हो गया ड्रैगन
सुप्रिया सुले ने क्या कहा?
पुणे में एक अन्य जगह एनसीपी (एसपी) के स्थापना दिवस समारोह में पार्टी सांसद सुप्रिया सुले ने दोनों गुटों के एक साथ आने के बारे में पूछे गए सवाल का सीधा जवाब देने से परहेज किया। एनसीपी (एसपी) के एक धड़े के अजित पवार की पार्टी के साथ फिर से जुड़ने की इच्छा और शरद पवार द्वारा पार्टी से संबंधित सभी निर्णय सुले द्वारा लिए जाने की बात कहने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 15 दिनों से मुझे पार्टी नेताओं के साथ पार्टी मामलों पर चर्चा करने या अपने परिवार से भी मिलने का समय नहीं मिला है।
Sonam Raghuvanshi: पति की कातिल सोनम रघुवंशी शिलॉन्ग पहुंचीं, आज कोर्ट में किया जाएगा पेश, सीन भी होगा रीक्रिएट, पढ़ें अब तक के बड़े अपडेट
कुछ लोग दूसरी विचारधाराओं के साथ हो लिए- एनसीपी प्रमुख
इधर शरद पवार ने कहा, ‘‘ कुछ लोग दूसरी विचारधाराओं के साथ हो लिए और यह विभाजन बढ़ गया। मैं आज इसके बारे में बात नहीं करना चाहता, लेकिन जो लोग पार्टी के प्रति वफादार रहे, वे हमारी पार्टी की विचारधारा के कारण रहे.’’ उन्होंने कहा कि आने वाले चुनावों में एक अलग तस्वीर सामने आएगी। उन्होंने कहा, ‘‘इस पर ध्यान मत दीजिए कि कौन छोड़कर गया है या कौन शामिल हुआ है। अगर हम एकजुट रहेंगे और आम लोगों के प्रति प्रतिबद्ध रहेंगे तो हमें किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
‘सभी मुसलमान आतंकी हैं, इसलिए पाकिस्तान से बात नहीं करेंगे’, अमेरिका में बिलावल भुट्टो बक रहे अनाप-शनाप, क्या वाकई में मेंटल डिसऑर्डर के शिकार हो गए हैं पाकिस्तानी नेता
Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक