रायपुर। महाराष्ट्र पीसीसी के पूर्व अध्यक्ष माणिक राव ठाकरे ने पेट्रोल, गैस सिलेंडर, खाने के तेल, दाल के साथ-साथ चाय और नमक जैसी चीजों के दाम के हुई बढ़ोतरी पर मोदी सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने इस ‘महंगाई की मार’ के उपहार के लिए मोदी धन्यवाद देने के साथ आने वाले दिनों में नजर आने वाले इसके दुष्परिणामों की जानकारी दी.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता माणिक राव ठाकरे ने छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेस किया. इस दौरान माणिक राव ने नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कभी आपने सोचा है कि हमारी सरकार हमारी सुख-समृद्धि के लिए हमें नए वर्ष पर क्या दे रही है, हमारे लिए क्या कामना कर रही है? तो हम बताते हैं, बीते सात वर्षों की तरह इस वर्ष भी देश की जनता को जो उपहार मोदी सरकार द्वारा दिया जा रहा है, वो है-‘महंगाई की मार का उपहार’.

उन्होंने कहा कि 2022 के पहले दिन ही मोदी सरकार ने हमें नए साल का तोहफा 2022 की नई महंगाई के रूप में दे डाला. यह नई महंगाई और इसके साथ 2021 के पूरे साल में लगभग 10 प्रतिशत की ऊँची बेरोजगारी दर है. उन्होंने कहा कि नवंबर 2021 में होलसेल प्राइज इंडैक्स 14.23 प्रतिशत रहा, जो पिछले 10 सालों में सबसे ज्यादा था. नए साल में इसका प्रभाव बहुत जल्दी महसूस होने लगेगा.
नए साल में प्रवेश करते हुए हमें दैनिक उपयोग का हो या सुख-समृद्धि का, सब पर हमें और ज्यादा पैसा खर्च करने की तैयारी कर लेनी चाहिए.

माणिक राव ने इसे सरकार द्वारा निर्मित महंगाई करार देते हुए आम लोगों के जीवन में पड़ने वाले इसके दुष्प्रभाव की बारे में बताया. उन्होंने कहा कि एक जनवरी से कपड़े ज्यादा महंगे होंगे क्योंकि केंद्र की भाजपा सरकार इन सामानों पर जीएसटी 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत कर रही है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी व कांग्रेस शासित प्रदेशों के विरोध के चलते और 5 राज्यों के चुनाव सामने देख कर इस बढ़ोत्तरी को 28 फरवरी तक मुल्तवी कर दिया है. उन्होंने निर्णय वापस नहीं लिए जाने की बात कहते हुए कयास लगाया कि चुनावों के कारण शायद यह 1 महीना और बढ़ जाएगा.

इसे भी पढ़ें : जम्मू-कश्मीर: माता वैष्णो देवी मंदिर में मची भगदड़ में 12 लोगों की मौत, 14 घायल, हेल्पलाइन नंबर जारी, PM मोदी ने जताया दुःख…

इसके साथ ही जूते-चप्पल, एफएमसीजी ( Fast Moving Consumer Goods) उपभोक्ता वस्तुओं में जीएसटी दरों में बढ़ोत्तरी की वजह से बिस्कुट से लेकर साबुन तक की कीमतें बढ़ने, निःशुल्क ट्रांजैक्शन की सीमा पूरी होने के बाद एटीएम से पैसा निकालने पर लगने वाले 21 रुपए के साथ-साथ ऑनलाइन/ऑटो रिक्शा की बुकिंग पर जेब पर ज्यादा भारी होने कार या ऑटोमोबाइल की कीमतों में होने वाली बढ़ोतरी से अवगत कराया. इसके साथ सीमेंट और स्टील की कीमतों में होने वाली बढ़ोतरी की ओर भी ध्यान दिलाया.

Read more : More Than 30 Killed in Myanmar Attack