हकीमुददीन नासिर, महासमुन्द। महासमुंद जिला मुख्यालय में पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था नहीं होने से आम नागरिकों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. यह समस्या बैंक के ग्राहकों के लिए ज्यादा है, क्योंकि तमाम राष्ट्रीयकृत बैंक की शाखाएं राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने बिना पार्किंग वाले भवनों में संचालित हो रही हैं.

लगभग 80 हजार की आबादी वाला महासमुंद नगर एनएच 353 पर बसा है, जिसके कारण सड़क पर छोटे-बड़े वाहनों की आवाजाही हमेशा बनी रहती है. इसी राष्ट्रीय मार्ग पर बने भवनों में बैंक की शाखाएं संचालित हैं. इन भवनों में पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं होने की वजह से उपभोक्ता राष्ट्रीय मार्ग पर वाहन खड़े करने को मजबूर हैं. इससे रास्ता अवरुद्ध होने के साथ आए दिन दुर्घटनाएं भी हो रही हैं.

नियमानुसार कमर्शियल भवन का नक्शा पास कराते समय नगरपालिका को पार्किंग व्यवस्था होने पर ही भवन अनुज्ञा देनी होती है. लेकिन जिस तरह से सड़क किनारे बिना पार्किंग व्यवस्था के भवन बने हुए हैं, इससे नगर पालिका की व्यवस्था पर सवाल खड़ा हो रहा है. क्या बिना पार्किंग व्यवस्था के भवनों का नक्शा पास कर दिया गया, या प्रावधान होने के बाद भी उसे अमल में लाने में कोताही बरतची गई.

पार्षद महेंद्र जैन का कहना है कि न केवल राष्ट्रीयकृत बल्कि निजी बैंक बिना पार्किंग वाले भवनों में संचालित हो रहे हैं. इससे हो रही अव्यवस्था को देखने की जवाबदेही नगरपालिका की है. सड़क पर गाड़ियों के खड़े रहने से होने वाली दुर्घटना में कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. यही नहीं इससे शहर की यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है.

वहीं नगर पालिका सीएमओ डीएल बर्मन का कहना है कि बैंकों में पार्किंग की जानकारी लेकर अव्यवस्था पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. बिना पार्किंग व्यवस्था के बैंक संचालित नहीं किए जा सकते हैं, क्योंकि रोज हजारों ग्राहकों का आना-जाना होता है. नेशनल हाईवे के कारण दुर्घटना होने की आशंका भी बहुत ज्यादा है. नोटिस जारी कर जानकारी मांगने के साथ जरूरी कार्रवाई की जाएगी.

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