रायपुर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जन्म शताब्दी पर कांग्रेस की ओर से प्रदेश के हर ब्लॉक में 11 से 17 अक्टूबर तक पदयात्रा का आयोजन किया जा रहा है. इस कड़ी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कंडेल से रायपुर तक 72 किलोमीटर की पदयात्रा करेंगे. इस दौरान जगह-जगह सभाओं का आयोजन किया जाएगा. समापन पर रायपुर में बड़ी सभा का आयोजन किया जाएगा.

मुख्यमंत्री बघेल जिस कंडेल से अपनी पदयात्रा की शुरुआत करेंगे, उसका अपना ऐतिहासिक महत्व है. रायपुर से लगभग 65 किमी दूर धमतरी जिले में स्थित कंडेल के किसानों ने सन् 1920 में अंग्रेज शासकों के सिंचाई कर के विरोध में जल नहर सत्याग्रह किया था. यह बात जब महात्मा गांधी तक पहुंची तो उन्होंने किसानों का साथ देने का निर्णय लिया और 21 दिसम्बर 1920 को धमतरी में किसान आन्दोलन में शामिल हुए.

आंदोलन का असर इस तरह रहा कि अंग्रेजों ने किसानों से जब्त किए सारे मवेशियों को वापस कर दिया. इस आंदोलन से महात्मा गांधी को अहिंसक आंदोलनों की प्रेरणा मिली. यह महात्मा गांधी का पहला राष्ट्रीय स्वतंत्रता आन्दोलन था. कंडेल से वापसी में गांधी ने रायपुर में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित किया. जिस जगह पर उन्होंने भाषण दिया उस जगह को आज  रायपुर में गाँधी चौक के नाम से जाना जाता है.