रायपुर. छत्तीसगढ़ के वन मंत्री महेश गागड़ा को जान से मारने की साजिश रची जा रही है. ये साजिश नक्सली रच रहे है. ऐसा खुफिया एजेंसियों का कहना है. खुफिया रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि नक्सलियों ने महेश गागड़ा को मारने के लिए एक टीम गठित की है. जिसके बाद उन्हें सतर्कता बरतने को कहा गया है. उसकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. साथ ही उनके आलावा बीजापुर के बाकी जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा भी  बढ़ाई गई है. इसके पहले भी उन पर हमला करने की कोशिश की गई थी. लेकिन उन्हें कुछ नहीं हुआ था. गागड़ा घोर नक्सल प्रभावित इलाके बीजापुर में रहते हैं. यही उनका गृह नगर और विधानसभा सीट है.

सूत्रों के मुताबिक गागड़ा को मारने के लिए 15 अगस्त या 26 जनवरी का अवसर तय किया गया था. पिछले 15 अगस्त को उन्हें टारगेट में लेने की कोशिश भी की गई थी, जो कि नाकाम रहा था. नक्सलियों ने महेश गागड़ा को मारने की जिम्मेदारी बटालियन कमांडर एकाम ईडमा और विज्जा को सौंपी है. ईडमा के साथ 800 नक्सलियों की टीम रहती है. गागड़ा को मारने के लिए जंगल में बैठकर एक रणनीति तैयार की गई है. कि सड़क मार्ग से जाते समय उन्हें जिस समय उन पर हमला कर मारा जा सकता है.

चुनावी मौसम में गागड़ा ज्यादातर वक्त अपने गृहनगर भैरमगढ़ में ही रुकते हैं. वहां से बीजापुर जिले के हर गांव में दौरा कर रहे हैं. खुफिया एजेंसियों के दावों के सामने आने से जवानों की नींद उड़ गई है.

वन मंत्री महेश गागड़ा ने कहा कि लगातार क्षेत्र में विकास औऱ काम करने के कारण कई बार हमला हो चुका है. चुनाव को देखते हुए नक्सलियों के रणनीति का हिस्सा हो सकता है. पुलिस हमेसा मुझे आगाह करती रहती है.

बता दें कि महेश गागड़ा पर 2011 में लोक सुराज अभियान के दौरान भोपालपटनम ब्लॉक के पेगड़ापल्ली गांव में नक्सलियों ने गागड़ा के काफिले पर हमला किया था. हमले में जिला पंचायत सदस्य समेत तीन भाजपा कार्यकर्ता मारे गए थे. गीदम में नगर पंचायत चुनाव का प्रचार करने जा रहे गागड़ा पर 2014 में हमला हुआ था. आरओपी ड्यूटी में तैनात एक जवान इस हमले का शिकार हुआ था.