Lalluram Desk. मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी खाने की परंपरा काफ़ी पुरानी है. इस दिन अधिकतर घरों में खिचड़ी बनाई और खाई जाती है. क्या आप जानते हैं खिचड़ी खाने के कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं, खासकर क्योंकि यह सर्दी के मौसम में हमारे शरीर को पोषण और ऊर्जा प्रदान करती है. खिचड़ी में मौजूद कई पौष्टिक तत्व शरीर को ताजगी और मजबूती देते हैं. इसके अनेक फायदे हैं.

पाचन को सुधारने में मददगार

खिचड़ी मूंग दाल और चावल से बनती है, जो हल्की होती है, और पाचन तंत्र पर कम दबाव डालती है. यह खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जिन्हें पाचन संबंधी समस्याएं होती हैं, या जिनका पेट कमजोर होता है. यह शरीर के लिए आसानी से पचने वाला भोजन है.

ऊर्जा का स्रोत

खिचड़ी में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और फैट्स का अच्छा संतुलन होता है, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है. विशेष रूप से सर्दी में शरीर को ज्यादा ऊर्जा की जरूरत होती है, और खिचड़ी इस आवश्यकता को पूरा करती है.

सर्दी और जुकाम से बचाव

मकर संक्रांति के समय सर्दी और जुकाम की समस्या आम होती है. खिचड़ी में मौजूद अदरक, जीरा और हल्दी जैसे तत्व शरीर को गर्मी प्रदान करते हैं और इन्फेक्शन से बचाव में मदद करते हैं.

वजन नियंत्रित रखने में मददगार

खिचड़ी एक हल्का और संतुलित भोजन है, जो वजन कम करने में मदद कर सकता है. इसमें कम कैलोरी होती है और यह लंबे समय तक पेट को भरा रखती है, जिससे ओवरइटिंग की संभावना कम होती है.

बॉडी डिटॉक्स

खिचड़ी में ताजे मसाले जैसे अदरक, हल्दी, जीरा, और हरी मिर्च शामिल होते हैं, जो शरीर के भीतर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं. इससे शरीर की सफाई होती है और इम्यून सिस्टम मजबूत होता है.

ताजगी और संतुलित पोषण

खिचड़ी में चावल और मूंग दाल दोनों होते हैं, जो शरीर को आवश्यक प्रोटीन, फाइबर और कार्बोहाइड्रेट प्रदान करते हैं. यह एक संतुलित आहार है, जो शरीर की ताजगी और सेहत को बनाए रखता है.

तिल और गुड़ के साथ और भी फायदेमंद

मकर संक्रांति के दिन तिल और गुड़ खाने की परंपरा है. तिल में कैल्शियम, आयरन, और मैग्नीशियम जैसे खनिज होते हैं, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं. गुड़ शरीर को गर्मी प्रदान करता है और खून साफ करने में मदद करता है.