मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता(Rekha Gupta) ने ‘दिल्ली को कूड़े से आजादी-स्वच्छता अभियान’ की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य दिल्ली को स्वच्छ, हरित और कचरा मुक्त बनाना है. उन्होंने कहा कि जन सहभागिता और विभिन्न एजेंसियों के सहयोग से हम दिल्ली के इतिहास में एक नया स्वर्णिम अध्याय लिखने में सफल होंगे.

मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि यह स्वच्छता अभियान 1 से 31 अगस्त तक चलेगा, जिसमें दिल्ली की विभिन्न एजेंसियां और नागरिक एक समान लक्ष्य के तहत सहयोग करेंगे. पहली बार एमसीडी, पीडब्ल्यूडी, दिल्ली पुलिस और अन्य संस्थाएं पूर्ण समन्वय के साथ कार्य करेंगी. उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे इस अभियान की जिम्मेदारी लें. उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली तीन सर्वश्रेष्ठ आरडब्ल्यूए को प्रोत्साहन राशि दी जाएगी, और इस अभियान के लिए एमसीडी प्रशासन को 5 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है.

सिविक सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में कई प्रमुख नेता और अधिकारी उपस्थित थे, जिनमें लोक निर्माण मंत्री प्रवेश साहिब सिंह, शहरी विकास मंत्री आशीष सूद, पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा, संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा, दिल्ली के महापौर राजा इकबाल सिंह, उपमहापौर जय भगवान यादव, स्थायी समिति की अध्यक्ष सत्या शर्मा, निगम के सदन के नेता प्रवेश वाही, स्थायी समिति के उपाध्यक्ष सुंदर सिंह, एनडीएमसी के उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल और निगम आयुक्त अश्वनी कुमार शामिल थे.

इन बिंदुओं के तहत चलेगा

अभियान के प्रारंभिक दो दिन स्कूलों, अस्पतालों और कार्यालयों में लंबित कार्यों के समाधान पर केंद्रित रहेंगे.

प्रत्येक शनिवार और रविवार को अनधिकृत कॉलोनियों और जेजे क्लस्टरों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.

यमुना घाटों पर 14, 21 और 28 अगस्त को विशेष अभियान आयोजित किया जाएगा, जबकि रिंग रोड की सफाई 29 और 31 अगस्त को की जाएगी.

उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली आरडब्ल्यूए को 25 लाख रुपये, दूसरे स्थान पर आने वाली को 15 लाख रुपये और तीसरे स्थान पर आने वाली आरडब्ल्यूए को 10 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी.

इसके अतिरिक्त, सबसे साफ वार्ड को 50 लाख रुपये और सबसे साफ विधानसभा को एक करोड़ रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा.