Himachal CM Face News: हिमाचल प्रदेश में नवनिर्वाचित कांग्रेस सरकार में कौन मुख्यमंत्री बनेगा ये सवाल हर किसी के मन में है, किसके नाम पर मुहर लग सकती है, कौन बनेगा पहाड़ का मुखिया ? तो आपको बता दें कि इसका फैसला कांग्रेस पार्टी आलाकमान तय करेगा. यह सिंगल लाइन प्रस्ताव पार्टी मुख्यालय राजीव भवन शिमला में आयोजित कांग्रेस विधायक दल की बैठक में पारित किया गया. यह प्रस्ताव कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजा गया है.

दिनभर चले हंगामे के बाद शुक्रवार रात 10 बजे विधायक दल की बैठक में सभी 40 मौजूदा विधायकों ने इस प्रस्ताव पर सहमति जताई. बैठक में किसी नाम पर सहमति नहीं बनी तो यह फैसला लिया गया.

हिमाचल प्रदेश के अगले सीएम के लिए सुखविंदर सुक्खू का नाम लगभग तय हो गया है. वह कांग्रेस में प्रतिभा सिंह के खिलाफ दौड़ में आगे हैं. कांग्रेस आलाकमान द्वारा उनके नाम पर सहमति जताए जाने की चर्चा से उन्हें सबसे आगे माना जा रहा है. इसकी जानकारी होते ही सीआईडी ने उसे सीएम प्रोटोकॉल के तहत अपने साथ ले लिया. पुलिस को एक एस्कॉर्ट तैयार रखने को कहा गया है.

वहीं, कांग्रेस विधायक विधानसभा पहुंचने लगे हैं. उनके होटल सिसाल को छोड़ने का सिलसिला शुरू हो गया है. एक-एक कर वाहन होटल से निकलकर सभा की ओर बढ़ रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक सिसिल होटल में बंद कमरे में पर्यवेक्षकों ने विधायकों के साथ वन-टू-वन मीटिंग की. जानिए सीएम के बारे में उनकी क्या राय है. सीएम फेस लगभग फाइनल है.

वहीं, प्रतिभा सिंह के सांसद होने की वजह से यह दावा कमजोर पड़ गया है, जिसके बाद अब प्रतिभा अपने खेमे के मंत्रियों की बात कर रही हैं. सूत्रों की माने तो प्रतिभा सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह को डिप्टी सीएम बनाने की मांग की जा रही है. इसके अलावा प्रतिभा सिंह अपने खेमे के विधायकों के लिए और मंत्री पद चाहती हैं.

वहीं, एक नाम पर सहमति के लिए पर्यवेक्षक ने दोपहर बाद दोबारा विधायक दल की बैठक बुलाई है. फिलहाल प्रतिभा, मुकेश अग्निहोत्री और सुखविंदर सुक्खू उसी होटल में हैं, जहां कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला और पर्यवेक्षक भूपेश बघेल और भूपेंद्र हुड्डा ठहरे हुए हैं.

सुक्खू और प्रतिभा सिंह गुट में 15-15 विधायक
कांग्रेस के कुल 40 विधायक जीते हैं. इनमें से 15 विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू को सीएम बनाने की पैरवी कर रहे हैं. लगभग इतने ही विधायक होली लॉज यानी प्रतिभा सिंह गुट के हैं, जो प्रतिभा सिंह को सीएम बनाने की मांग कर रहे हैं.

यूं तो प्रतिभा सिंह को कुल 18 विधायकों का समर्थन हासिल है, लेकिन कई विधायक प्रतिभा सिंह का खुलकर समर्थन नहीं कर रहे हैं, जैसा कि वीरभद्र सिंह के कार्यकाल में हुआ करता था. इस बार जीते कई विधायक खुलकर होली लॉज के समर्थन में आने को तैयार नहीं हैं.

इसकी वजह यह है कि अगर गैर होली लॉज गुट के विधायक सीएम बन गए तो होली लॉज गुट के लोगों को कैबिनेट में तरजीह नहीं मिल पाएगी. इस वजह से 8 से 10 विधायक तटस्थ दिखना चाहते हैं.

होली लॉज वीरभद्र सिंह का निजी आवास है। वीरभद्र सिंह जब मुख्यमंत्री थे तब भी यहीं रहा करते थे। वीरभद्र सिंह के निधन के बाद होली लॉज पहुंचने वालों की संख्या काफी कम हो गई थी, लेकिन अब चुनाव में कांग्रेस को बहुमत मिलने के बाद यहां अचानक राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं.

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