संतोष राजपूत,डोंगरगढ़. जिले के डोंगरगढ़ विकासखंड में एकीकृत बाल विकास सेवा परियोजना विभाग द्वारा कुपोषण मुक्ति के लिए “संवरता बचपन” अभियान चलाया जा रहा था. जिसमें 6 माह में 3674 कुपोषित बच्चों में से 1960 बच्चों को कुपोषण से मुक्त हुए है. जिले में 54% कुपोषण मुक्त कर पहला स्थान प्राप्त किया है. परियोजना अधिकारी ओम प्रकाश चन्द्रवंशी द्वारा संवरता बचपन अभियान को सफल बनाने के लिए किए गए प्रयास से डोंगरगढ़ ब्लॉक के पूरे 100 ग्राम पंचायतों में सीधे संपर्क कर सरपंच, ग्रामीणों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से बैठक की गई. साथ ही सुपोषण चौपाल और सुपोषण शिविर के माध्यम से सभी को कुपोषण मुक्ति अभियान से जोड़ते चले गए. जिसके बाद पूरे 100 पंचायत में गर्भवती महिला व बच्चों को पोषण आहार दिया गया. जिसके लिए अक्टूबर माह में मुख्यमंत्री ने फुलझर कार्यक्रम में ब्लाक के 5 सरपंचों को सम्मानित किया गया.
परियोजना अधिकारी ओम प्रकाश चन्दवंशी कुपोषण मुक्ति अभियान का समय-समय पर दौरा कर अच्छे कार्य करने वाले कार्यकर्ता व समूहों को प्रोत्साहित करते रहे. चन्द्रवंशी ने स्वसहायता समूह, सुपोषण मित्रों द्वारा कुपोषित बच्चों पर निगरानी रखा गया. और ग्राम पंचायत, आंगनबाड़ी केंद्रों में कुपोषित बच्चों की सूची कुपोषण संबंधी नारे लेखन कर कुपोषण के खिलाफ जंग लड़ने के लिए व्यापक वातावरण तैयार किया गया. संवरता बचपन के साथ-साथ सुघ्घर बुधवार से लगभग 1700 बच्चों का स्वस्थ परीक्षण कर 1300 कुपोषित बच्चों को मुख्यमंत्री बल संदर्भ योजना के अंतर्गत प्रोटीन पाउडर, विटामिन दवाई से लाभन्वित किया गया. साथ ही 200 गम्भीर कुपोषित बच्चों को इन आर सी डोंगरगढ़ में भर्ती कराकर लाभ दिया गया.
प्रचार-प्रसार व कुपोषण में कमी को देख संवरता बचपन से कुपोषण मुक्ति के अभियान से समाज सेवी, आमनागरिक, ग्रामीण जुड़ते चले गए और बच्चों को पोषण आहार खिलाने का जिम्मेदारी लेते गए. जिसका परिणाम हुआ कि आज कुपोषण मुक्ति में डोंगरगढ़ सेक्टर 72% अछोली सेक्टर 67%, कनेरी सेक्टर 63% सहित पूरे डोंगरगढ़ ब्लॉक में 54% कुपोषण मुक्त होकर जिले में पहला स्थान प्राप्त किया है.