दिल्ली. आतंकवादी संगठन द्वारा जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर किए गए हमले में शहीद हुए अर्धसैनिक बल के 40 जवानों के परिजनों के प्रति संवेदना जताते हुए ममता बनर्जी ने सवाल उठाया कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के लगभग 2,500 जवानों को हवाई मार्ग से नहीं भेजा गया और इसके बजाय उनके मार्ग की उचित जांच और नाका जांच किए बिना काफिले में यात्रा करने की अनुमति दी गई।

उन्होंने कहा, ‘मोदी-बाबू, हमले (पुलवामा हमला) के समय आप कहां थे?’ पार्टी की विस्तारित कोर कमेटी बैठक में तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ने कहा, ‘आपको पहले से पता था कि यह घटना होगी। आपके पास पहले से जानकारी थी। केंद्र सरकार के पास इस संबंध में खुफिया जानकारी थी। फिर जवानों को उस दिन हवाई मार्ग से क्यों नहीं जाने दिया गया? काफिले के मार्ग की नाका जांच क्यों नहीं की गई?’

उन्होंने कहा, ‘जवानों को मरने के लिए क्यों छोड़ दिया? यह इसलिए क्योंकि आप चुनावों से पहले मामले का राजनीतिकरण करना चाहते थे। हमारे जवानों के खून का इस तरह राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए।’ बनर्जी ने कहा कि वे (मोदी) शांति के संदेशवाहक होने का नाटक करते हैं वहीं उनकी पार्टी गुप्त रूप से देश में युद्ध समान परिस्थितियां पैदा करना चाहती है और दंगा शुरू कर देती हैं।