सत्यपाल राजपूत, रायपुर. राजधानी के द रेडियंट स्कूल के नाईट एडवेंचर स्पोर्ट्स हादसा मामले में प्रशासन ने कार्रवाई तेज कर दी है. बुधवार को शिक्षा विभाग की टीम जांच के लिए स्कूल पहुंची, लेकिन टीम को कोई कामयाबी नहीं मिली. टीम बैरंग लौट आई. क्योंकि स्कूल में एक भी जिम्मेदार प्रबंधन के लोग मौजूद नहीं थे. बता दें कि प्राथमिक जांच में स्कूल प्रबंधन को दोषी पाया गया है. विभाग ने नोटिस जारी कर प्रबंधन से जवाब मांगा गया था.
बीते रात छात्रा की पिता ने एफआईआर दर्ज कराई थी. लेकिन दोषियों की गिरफ्तारी अब तक नहीं हुई है. स्कूल के बाहर पुलिस बल तैनात की गई है. वहीं मामले को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. एबीवीपी ने गिरफ्तारी की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा है.
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि विकासखंड शिक्षा अधिकारी गोस्वामी जांच के लिए स्कूल और स्पॉट पर टीम लेकर पहुंची, लेकिन मौके पर स्कूल प्रबंधन के एक भी व्यक्ति मौजूद नहीं हुए. स्पॉट का मुआयना कर टीम स्कूल पहुंची तो मौके पर कोई नहीं मिला. घटना स्थल के जांच और परिजनों के बयान अनुसार स्कूल प्रबंधन दोषी है. आज जब से नोटिस दिया, तब से कोई रिप्लाई नहीं आया और नहीं प्रबंधन के टीम जांच में पहुंच रहे हैं.
एडिशनल एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने बताया कि मामले में एफआईआर दर्ज हो गई है. अभी गिरफ़्तारी नहीं हुई है. मामला जांच में हैं.
सरस्वती नगर थाना टीआई ने बताया कि मंगलवार को एफआईआर दर्ज हो गया है. मामला जांच में हैं. अभी हम पता कर रहे हैं कि ये एडवेंचर नाइट का आयोजन करने वाले प्रबंधक कौन है और जब हमें यह सूचना मिल जाएगी तो आगे की कार्रवाई की जाएगी. फ़िलहाल इस स्कूल प्रबंधन के फ़रार होने की ख़बर हमें नहीं है.
शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि घटना होने के बाद तत्काल शिक्षा विभाग को आदेशित किया गया था कि स्कूल प्रबंधन और नाइट एडवेंचर वाली कंपनी पर एफआईआर कराए, जिसके बाद एफआईआर दर्ज हुआ. आज मुख्यमंत्री ने भी जांच के आदेश दे दिए हैं. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि रेडियंट स्कूल में एडवेंचर नाइट कैंप के आयोजन में 11 वर्षीय बच्ची कार्तिषा जिल लाइनिंग करने के दौरान 25 फीट ऊँचाई से गिर गई थी. जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई. इस दौरान बच्ची के परिवार वाले भी मौजूद थे. घटना के बाद बच्ची के परिजनों और जिला शिक्षाधिकारी ने स्कूल प्रबंधन के ख़िलाफ़ थाने में लिखित शिकायत की थी. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए स्कूल की प्राचार्य भावना दुबे, निदेशक समीर दुबे और एडवेंचर कंपनी के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज की है.