Aam Ki Fasal : आम के पेड़ में मंजर को देखकर किसानों को इस बार आम की अच्छी फसल होने की उम्मीद है. पर आम की अच्छी पैदावार लेने के लिए बगीचे का प्रबंधन जरूरी है. आम के मंजर पर सबसे अधिक मधुआ कीट का खतरा रहता है. यदि समय पर इसका उपचार नहीं किया गया तो आम के फसल पूरी तरह से बर्बाद हो जाएंगे.
मंजर को बचाने के लिए करें ये उपाय (Aam Ki Fasal)
- यदि मंजर के समय बूंदाबांदी हो तो घुलनशील सल्फर या कार्बेन्डाजिम या हेक्साकोनाजोल का छिड़काव अवश्य करना चाहिए.
- दहिया कीट नियंत्रण के लिए कीटनाशक के तैयार घोल में एक स्टीकर जरूर डालें.
- फलों और फूलों को गिरने से बचाने के लिए दूसरे और तीसरे छिड़काव में कीटनाशक का उपचार अल्फा नेफ्थाइल एसिटिक एसिड 4.5% SL 4 मिलीलीटर प्रति 10 लीटर की दर से तैयार घोल से करना चाहिए.
- दूसरे छिड़काव में सल्फर 80 घुलनशील चूर्ण 3 ग्राम प्रति लीटर घोल में मिलाना लाभकारी होगा.
- अल्फ़ा नेफ़थाइल एसिटिक एसिड 4.5% एस.एल. छिड़काव में अनुशंसित मात्रा निर्धारित मात्रा से अधिक होने पर मंजर जल जाता है. इस बात का किसानों को खास ख्याल रखना चाहिए.
ऐसे घोल बनाकर करें छिड़काव
आम के मंजर को मधुआ कीट से बचाव के लिए थायोमिथोक्जेम एक ग्राम 3 लीटर पानी में या इमीडाक्लोप्रीड 17.8 एमएल दवा तीन लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें. आवश्यकता पड़ने पर दूसरा छिड़काव 15 दिन बाद करें.
दूसरा किट मिली बग है जो चिपटे गोल आकार का और पंखहीन तथा शरीरी पर सफेद दही के रंग का पाउडर चिपका रहता है. यह कीट मुलायम डालों और मंजर वाले भाग में चिपके रहते हैं. इससे आक्रांत भाग सूख जाते हैं और मंजर झड़ जाता है.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक