अब सरकारी स्कूलों में स्टूडेंट्स को पढ़ाई के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात भी सुननी होगी. इसके लिए मीडिल स्कूलों को मन की बात कार्यक्रम सुनने की व्यवस्था करनी होगी. साथ ही प्रोग्राम के दौरान स्टूडेंट्स और टीचर्स दोनों को उपस्थित रहना होगा.

दरअसल सरकारी स्कूलों में शैक्षणिक माहौल बनाने के लिए उत्तराखंड सरकार के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने सभी सीईओ और प्रधानाचार्यों के लिए कुछ निर्देश जारी किया है. जिसमें मन की बात कार्यक्रम को भी प्रमुखता से रखा गया है. वहीं हर स्कूलों को बाल संसद बनाने का भी निर्देश जारी किया गया है. जिसमें छात्रों के नेतृत्व में विभिन्न विषयों पर नियमित रूप से चर्चाएं की जाएंगी.

9 बिंदुओं का आदेश जारी

शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत के निर्देश पर माध्यमिक शिक्षा निदेशक आरके कुंवर ने सभी सीईओ को 9 बिंदुओं पर निर्देश जारी किया है. निर्देश में बताए गए बिंदुओं का पालन शासकीय स्कूलों में किया जाना है.

शिक्षा विभाग का निर्देश

  • सरकारी स्कूलों में बच्चों का एडमिशन बढ़ाने के लिए सतत अभियान चलाना.
  • हर स्कूल में अनिवार्य रूप से प्रार्थना सभा, राष्ट्रीय और स्थानीय गीतों के साथ ज्ञानवर्द्धक जानकारियां देनी है.
  • स्कूलों में साफ-सफाई, फुलवारी, किचन गार्डन और थ्री-डी पेंटिंग पर विशेष ध्यान देना है.
  • हर स्कूल में डायस बोर्ड पर स्कूल की उपलब्धियां दर्ज होगी.
  • स्टूडेंट्स के पढ़ने के लिए अखबार भी उपलब्ध कराना होगा.
  • समय-समय पर क्विज, भाषण प्रतियोगिता, ग्रुप डिस्कशन की गतिविधियां आयोजित करना है.
  • स्कूलों में विज्ञान क्लब, इको क्लब का गठन कर विज्ञान और पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जाएगा.
  • समय-समय पर खेल-कूद, व्यायाम और योगाभ्यास की गतिविधियां करना भी अनिवार्य.
  • स्टूडेंट्स को लाइब्रेरी के प्रति संवेदनशील बनाया जाएगा, अच्छी किताबों का संग्रह बनाया जाएगा.

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