होली और रमजान के जुमे की नमाज का एक साथ आना समय को लेकर विवाद को जन्म दे रहा है. इस मुद्दे पर राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है. इसी संदर्भ में, दिल्ली की उत्तर पूर्वी लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद मनोज तिवारी का एक बयान भी प्रकाश में आया है.

मनोज तिवारी ने उल्लेख किया कि होली एक वार्षिक त्योहार है, जबकि जुमा हर साल 52 बार आता है, इसलिए होली को अधिक महत्व दिया जाना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि यह बात सभी के लिए स्पष्ट होनी चाहिए. हर किसी को अपने-अपने त्योहार मनाने का अधिकार है और उन्हें अपने तरीके से त्योहार मनाने की स्वतंत्रता होनी चाहिए. कानून अपनी भूमिका निभा रहा है.

‘विवाद करने वालों को बाज आना चाहिए’

मनोज तिवारी ने उल्लेख किया कि होली एक वार्षिक त्योहार है, जबकि जुमा हर साल 52 बार आता है, इसलिए होली को अधिक महत्व दिया जाना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि यह बात सभी के लिए स्पष्ट होनी चाहिए. हर किसी को अपने-अपने त्योहार मनाने का अधिकार है और उन्हें अपने तरीके से त्योहार मनाने की स्वतंत्रता होनी चाहिए. कानून अपनी भूमिका निभा रहा है.

‘देश संविधान से चलेगा’

मनोज तिवारी ने औरंगजेब की कब्र को लेकर उठे विवाद पर स्पष्ट किया कि देश का संचालन संविधान के अनुसार होगा, न कि किसी मौलाना के बयानों से. उन्होंने कहा कि मौलाना जो भी कहें, उनका कहना जारी रहेगा, लेकिन हम वही करेंगे जो संविधान में निर्धारित है.