यशवंत साहू, भिलाई। सालों पहले अंतागढ़ में मंतूराम के जरिए भाजपा ने कांग्रेस को झटका दिया था, अब नगरीय निकाय चुनाव में ऐसा ही प्रकरण भाजपा प्रत्याशी ने दोहरा दिया है. भिलाई नगर निगम चुनाव में नाम वापसी की समय सीमा खत्म होने के बाद भाजपा प्रत्याशी के चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा से पार्टी एक तरह से प्रत्याशी विहिन हो गई है. प्रत्याशी ने अपने राजनीतिक गुरु की अनदेखी पर कदम उठाने की बात कही है.

बता दें कि भिलाई नगर निगम में वार्ड 19 राजीव नगर से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ रहे अजितेश सिंह ने दोपहर 3 बजे के बाद चुनाव मैदान से हटने के फैसले की घोषणा की. उन्होंने साफ-साफ कहा कि चुनाव नहीं लड़ेंगे. इस तरह से यह बिल्कुल मंतूराम पवार कांड की तरह साबित हो रहा है. मंतूराम प्रकरण में भाजपा ने जहां कांग्रेस को झटका दिया था, वहीं अजितेश के मामले में भाजपा को झटका लगा है. चुनाव मैदान में भाजपा का अधिकृत प्रत्याशी तो है, लेकिन वह अपना ही प्रचार नहीं करेगा.

अजितेश सिंह ने लल्लूराम डॉट कॉम को विशेष चर्चा में बताया कि 10 साल से भाजपा उनके राजनीतिक गुरु रामानंद मोर्या की अनदेखी करते हुए उनका टिकट काट देती है, इस बार भी उनके राजनीतिक गुरु का टिकट काटकर उन्हें दिया गया. अजितेश ने रामानंद मोर्या के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दर्शाते हुए बताया कि वे उनके समर्थन में उनके साथ प्रचार करेंगे. अजितेश ने बताया कि उन्होंने अपने निर्णय के संबंध में पार्टी आलाकमान को किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी है. उन्होंने अपने स्व-विवेक से यह निर्णय लिया है.